सक्रिय मामलों में देश में सातवें नंबर पर छत्तीसगढ़..
राज्य में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या दिल्ली, बिहार, गुजरात जैसे देश के अन्य बड़े राज्यों को भी पीछे छोड़ रही है। स्थिति यह है कि कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों के मामले में छत्तीसगढ़ सातवें पायदान पर आ चुका है। बढ़ते मरीजों की संख्या के चलते अस्पतालों में बिस्तरों की कमी होती जा रही है। वहीं, वेंटिलेटर और आइसीयू में जगह नहीं मिलने से कई लोगों की मौत भी हो रही है।
बता दें कि प्रदेश में 18 मार्च से 31 अगस्त तक पांच लाख 82 हजार 540 सैंपल लिए गए थे। इसमें 31 हजार 503 संक्रमित पाए गए हैं और 277 लोगों की मौत हुई। सितंबर में संक्रमितों की संख्या बढ़ने के साथ ही मृतकों का आंकड़ा भी काफी तेजी से ब़ढ़ा। एक से 19 सितंबर तक तीन लाख 35 हजार 915 सैंपल लिए गए। इस बीच 52 हजार 731 संक्रमित मिले और 387 लोगों ने दम तोड़ा। यानी 19 दिनों में 17 हजार 679.73 की औसत से सैंपल लिए गए। इसमें हर दिन दो हजार 775.31 कोरोना मरीज मिले और औसतन 20.36 लोगों की मौत हो रही है।
30 हजार का लक्ष्य, कम ले रहे सैंपल
राज्य सरकार ने प्रतिदिन 30 हजार सैंपल जांच का लक्ष्य रखा है। मगर, प्रतिदिन औसतन 17 हजार 679.73 सैंपल लिए जा रहे हैं। इसमें भी हर दिन पूरे सैंपल की जांच नहीं होने की वजह से रिपार्ट को आने में एक सप्ताह से 15 दिनों तक का समय लग रहा है। ऐसी स्थिति में मरीजों को इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। इधर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मामले की जानकारी देने से बच रहे हैं।
देश में सबसे अधिक सक्रिय मरीज
महाराष्ट्र - 297866
कर्नाटक - 98583
आंध्रप्रदेश - 81763
उत्तर प्रदेश - 66874
तमिलनाडु - 46453
केरल - 37535
छत्तीसगढ़ - 37489
सबसे कम सक्रिय मरीज वाले राज्य
लद्दाख - 993
मिजोरम - 588
सिक्किम - 426
दादरा नगर हवेली - 208
अंडमान निकोबार द्वीप समूह - 156
एक से 19 सितंबर में कोरोना की स्थिति
कोरोना सैंपल जांच - 3,35,915
मरीज मिले - 52,731
मौत - 387
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है। लक्ष्य के आधार पर जांच के लिए जिले को निर्देश दिए गए हैं। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बिस्तरों को बढ़ाया जा रहा है। बिना लक्षण वाले मरीजों के लिए होम आइसोलेशन को प्राथमिकता दी जा रही है।