उपलब्धि ० यशवंत टंडन का नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज*
आर के देवांगन

*उपलब्धि ० यशवंत टंडन का नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज*
*@अर्जुन्दा:-* बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखंड के अन्तर्गत अर्जुन्दा ब्लाक से महज 3 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम डुड़िया निवासी यशवंत कुमार टंडन पिता श्री हूबलाल टंडन को कलेक्टर सुश्री दिव्या उमेश मिश्रा ने संयुक्त जिला कार्यालय बालोद में यशवंत टंडन का नाम वर्ल्ड वाइड बुक आफ रिकार्ड में विश्व रिकॉर्ड धारक के रूप नाम दर्ज होने के उपलक्ष्य में प्रमाण पत्र और मेडल पहनाकर सम्मानित किया। कलेक्टर सुश्री दिव्या उमेश मिश्रा ने यशवंत को उसकी इस उपलब्धि पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
सुश्री दिव्या उमेश मिश्रा ने यशवं
त टंडन की उपलब्धि की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी यह उपलब्धि न केवल जिले के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने यशवंत टंडन को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि उनकी यह उपलब्धि अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।
*आखिर कैसे दर्ज हुआ यशवंत का नाम विश्व रिकॉर्ड में*
वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर यशवंत कुमार टंडन ने बताया कि दिल्ली से मान्यता प्राप्त भारतीय साहसिक संस्थान इंडियन एडवेंचर फाउंडेशन द्वारा उत्तराखंड राज्य के उतरकाशी जिले में स्थित केदारकंठा नेशनल विंटर ट्रैकिंग कैंप का आयोजन किया गया था। जिसमें 12500 फीट ऊंची चोटी केदारकंठा ट्रैक पर माइनस -16 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अपनी टीम के साथ 280 फीट का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झंडा लहराकर टीम के साथ अपना नाम वर्ल्ड वाइड बुक आफ रिकार्ड में दर्ज किया और इतिहास रचा।
*अब तक यशवंत की उपलब्धियां*
1. उत्तराखंड के नैनीताल की सबसे ऊंची चोटी नैना पीक ऊंचाई 8622 फीट
2. उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित केदारकंठा ट्रैक 12500 फीट
3. हिमाचल प्रदेश के शिमला की सबसे ऊंची चोटी जाखू टेंपल 9500 फीट
4. हिमाचल प्रदेश के मनाली में स्थित माउंट फ्रेंडशिप पीक एडवांस बेस कैंप 2900 मीटर
5. छत्तीसगढ़ की सबसे ऊंची चोटी गौरलाटा 1225 मीटर
यशवंत टंडन ने कहा कि यह सम्मान उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है और वे इस उपलब्धि के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम मानते हैं। उन्होंने कहा कि वे भविष्य में भी अपनी पर्वतारोहण की यात्रा जारी रखेंगे और नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।
*प्रकाशनार्थ हेतु सादर प्रेषित है।*????????????????????????????