8 मई को परम पूज्य ब्रम्हलीन सदगुरुदेव श्री राज योगी बाबाजी के अस्थि कलश को लेकर निकलेगी पाटेश्वर धाम से राजिम तक यात्रा,,

8 मई को परम पूज्य ब्रम्हलीन सदगुरुदेव श्री राज योगी बाबाजी के अस्थि कलश को लेकर निकलेगी पाटेश्वर धाम से राजिम तक यात्रा,,

8 मई को परम पूज्य ब्रम्हलीन सदगुरुदेव श्री राज योगी बाबाजी के अस्थि कलश को लेकर निकलेगी पाटेश्वर धाम से राजिम तक यात्रा,,

 

 

पाटेश्वर धाम के महंत श्री राम बालक दास जी ने आज पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि 8 मई को सुबह 9:00 बजे श्री पाटेश्वर धाम से लेकर छत्तीसगढ़ के प्रयाग कहे जाने वाले राजिम तक,, अस्थि विसर्जन यात्रा,, का आयोजन किया जा रहा है जिसमें पूरे छत्तीसगढ़ प्रांत के पाटेश्वर धाम के भक्तगण अपने पूज्य ब्रह्मलीन सदगुरुदेव श्री राज योगी बाबा की अस्थि कलश को लेकर राजीम पहुंचेंगे इस यात्रा का डौंडीलोहारा, पाररास, बालोद, झलमला, करहीभदर, गुरुर,पुरूर, धमतरी, कुरूद, अभनपुर ,एवं राजीम में भव्य स्वागत किया जाएगा साथ ही ब्रह्मलीन पूज्य सदगुरुदेव श्री राज योगी बाबा जी को पुष्पांजलि श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी 
राजिम नवापारा में नेहरू घाट पर अस्थि विसर्जन होगा उसके पहले यात्रा का पूरे राजिम नयापारा नगर में भ्रमण एवं स्वागत पूजन होगा


 संध्या 6:00 बजे से श्रद्धांजलि सभा का आयोजन नवापारा सामुदायिक भवन में किया जा रहा है जिसमें राजिम नवापारा के गणमान्य नागरिक क्षेत्रवासी एवं बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के संत महंत और अति विशिष्ट जन सम्मिलित होंगे तत्पश्चात रात्रि में ब्राह्मण भोजन एवं महा भंडारा का आयोजन भी किया गया है संत श्री राम बालक दास जी ने बताया कि इस यात्रा के आयोजन हेतु प्रशासन से अनुमति ली गई है.

साथ ही विभिन्न स्थानों पर सदगुरुदेव श्री राज योगी बाबा जी के पोस्टर फ्लेक्स लगाकर यात्रा की आगमन की तैयारी भक्तों के द्वारा की जा रही है इसी संदर्भ में एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि 46 साल से पाटेश्वर बाबा में  जीव हत्या बंद थी कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रशासन के सहयोग से यहां 1 मई को जीव हत्या करके देवी देवताओं की मूर्तियों पर मांस एवं खून चढ़ाया इतने बड़े घटना के पश्चात भी बालोद जिला प्रशासन के द्वारा अभी तक f.i.r. नही लिखा गया है ना ही किसी दोषी पर कार्यवाही की गई है इससे स्पष्ट होता है कि जिला प्रशासन दबाव में काम कर रही है दूसरी तरफ इसी घटना से दो पक्षों में झड़प हुई जिसमें एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए कुछ लोगों पर गलत धाराएं लगाई जा रही हैं ऐसी स्थिति में यह कहना ठीक होगा कि बालोद जिला में प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है केवल दबाव में यहां राजनीतिक लोगों के द्वारा कार्यवाही करवाई जा रही है जान समझकर पाटेश्वर धाम को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है हम पूरे प्रदेश के सनातन हिंदू धर्म के अनुयायिओं को आवाहन करते हैं कि आप ऐसे संकट की घड़ी में श्री पाटेश्वर धाम तीर्थ को बचाने में आगे आएं और संपूर्ण देश के धार्मिक संस्थाएं भी इस क्षेत्र में आगे आएं

रिपोर्ट//नरेंद्र विश्वकर्मा