राष्ट्रपति चुनाव: द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा, कौन होंगे देश के अगले महामहिम? फैसला आज
राष्ट्रपति चुनाव: द्रौपदी मुर्मू या यशवंत सिन्हा, कौन होंगे देश के अगले महामहिम? फैसला आज
देश के 16वें राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 18 जुलाई, सोमवार को वोटिंग हो रही है. मतदान सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक होगा. वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी और अगले राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण 25 जुलाई को होगा. राष्ट्रपति पद के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से द्रौपदी मुर्मू तथा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं. द्रौपदी मुर्मू इसके पहले झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं. आदिवासी नेता मुर्मू निर्वाचित होने पर मुर्मू आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति होंगी. वहीं, विपक्षी दलों ने कभी बीजेपी के बड़े नेता रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम पर दांव लगाया है. सिन्हा ने 2018 में बीजेपी का साथ छोड़ दिया था और आरोप लगाया था कि बीजेपी में वो अंदरूनी लोकतंत्र नहीं रहा, जो पहले हुआ करता था.
आज वोटिंग के जरिए देश के नए राष्ट्रपति के चेहरे पर मुहर लगेगी. द्रौपदी मुर्मू और यशवंत सिन्हा के नाम पर आज वोट पड़ेंगे. इस चुनाव में मुर्मू की जीत लगभग तय है. कई गैर-राजग दल भी आदिवासी नेता की उम्मीदवारी का समर्थन कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, मुर्मू ने गठबंधन के घटक दलों के सांसदों के साथ बातचीत में रविवार को कहा कि देश के शीर्ष संवैधानिक पद के वास्ते उनके नामांकन पर आदिवासी और महिलाएं उत्साहित और प्रसन्न हैं.
द्रौपदी मुर्मू अगर जीत जाती हैं, तो वह देश की पहली जनजातीय महिला राष्ट्रपति होंगी, और वह देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी. पहली महिला राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा पाटिल थीं, जो 25 जुलाई, 2007 से 25 जुलाई, 2012 तक देश की 12वीं राष्ट्रपति रहीं.
इसके पहले रविवार को भाजपा संसदीय दल के नेताओं ने राष्ट्रपति चुनाव में मतदान की रविवार को मॉक ड्रिल की. इसमें मंत्रियों और राजग के सहयोगी दलों के नेताओं के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी सांसद शामिल हुए. सूत्रों ने बताया कि इस दौरान यह सुनिश्चित किया गया कि सभी सांसद अपने मत सही तरीके से दें, ताकि सत्तारूढ़ गठबंधन का एक भी मत व्यर्थ न जाए.
उधर, राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति चुनाव की पूर्व संध्या पर रविवार को प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अगर वह चुनी जाती हैं, तो वह ‘‘मूक, अदृढ और रबर-स्टाम्प राष्ट्रपति'' बनेंगी.
पूर्व बीजेपी नेता सिन्हा ने देश भर के सांसदों और विधायकों से ‘‘संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और भारत को बचाने'' में मदद करने के लिए पार्टी-संबद्धता की परवाह किए बिना उन्हें वोट देने की जोरदार अपील की. उन्होंने भाजपा सांसदों से कहा, ‘‘यह चुनाव आपके लिए भाजपा में बहुत जरूरी सुधार लाने का आखिरी मौका है.''
आज होने वाले चुनाव में उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका रहेगी. प्रदेश के हर निर्वाचित विधायक का मत मूल्य सर्वाधिक 208 रहने के कारण राज्य अहम रहेगा. उत्तर प्रदेश की विधानसभा में कुल 403 सदस्य हैं जो इस चुनाव में मतदान करेंगे. राज्य के पांच विधायक व्यक्तिगत कारणों से 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में राज्य के बाहर अपना वोट डालेंगे. इनमें से चार दिल्ली में मतदान करेंगे, जबकि एक विधायक ने तिरुवनंतपुरम में मतदान करने का फैसला किया है. विधायकों को अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट देने के लिए चुनाव आयोग की विशेष कलम का इस्तेमाल करना होगा.
चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार एक सांसद के वोट का मूल्य 700 है. अलग-अलग राज्यों में हर विधायक के वोट का मूल्य अलग-अलग होता है. उत्तर प्रदेश में प्रत्येक विधायक के वोट का मूल्य 208 है, इसके बाद झारखंड और तमिलनाडु में 176 है. महाराष्ट्र में यह 175 है. सिक्किम में प्रति विधायक वोट का मूल्य सात है, जबकि नगालैंड में यह नौ और मिजोरम में आठ है.
आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के माध्यम से राष्ट्रपति का चुनाव करने वाले निर्वाचक मंडल में निर्वाचित सांसद और राज्य विधानसभाओं के सदस्य शामिल होते हैं. मनोनीत सांसद, विधायक और विधानपरिषद के सदस्य इस चुनाव में मतदान करने के हकदार नहीं हैं. संसद के निर्वाचित सदस्यों और राज्य विधानसभाओं के सदस्यों को 18 जुलाई को मतदान के लिए अलग-अलग रंगों के मतपत्र मिलेंगे. सांसदों को जहां हरे रंग के मतपत्र मिलेंगे, वहीं विधायकों को गुलाबी रंग में मतपत्र दिये जाएंगे.
प्रमुख राजनीतिक दलों ने पहले ही संबंधित उम्मीदवारों के लिए अपने समर्थन की घोषणा कर दी है. विपक्षी खेमे में समाजवादी पार्टी के सहयोगी ओम प्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव में राजग उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का ऐलान किया है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष और जसवंत नगर सीट से सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव भी राजग उम्मीदवार को वोट देने की घोषणा कर चुके हैं.
6 अगस्त को उपराष्ट्रपति का चुनाव भी होगा. इसके लिए एनडीए ने अब तक पश्चिम बंगाल के गवर्नर के तौर पर सेवारत जगदीप धनखड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है. धनखड़ ने उम्मीदवारी घोषित होने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. वहीं, विपक्ष ने अपना उम्मीदवार राजस्थान की पूर्व राज्यपाल मार्ग्रेट अल्वा को बनाया है.
समाचार,विज्ञापन व सुझाव के लिए
संपर्क
मो:
7067327173
7089094826
9302694826
क्रमशः अगला खबर के लिए डाउनलोड करें गुगल एप
https://play.google.com/store/apps/details?id=com.cg.newsplus