मासिक धर्म अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है मासिक धर्म आने पर ही होती है मातृत्व सुख की प्राप्ति

मासिक धर्म अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है मासिक धर्म आने पर ही होती है मातृत्व सुख की प्राप्ति
मासिक धर्म अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है मासिक धर्म आने पर ही होती है मातृत्व सुख की प्राप्ति
मासिक धर्म अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है मासिक धर्म आने पर ही होती है मातृत्व सुख की प्राप्ति
मासिक धर्म अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है मासिक धर्म आने पर ही होती है मातृत्व सुख की प्राप्ति
मासिक धर्म अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है मासिक धर्म आने पर ही होती है मातृत्व सुख की प्राप्ति
मासिक धर्म अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है मासिक धर्म आने पर ही होती है मातृत्व सुख की प्राप्ति

मासिक धर्म अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है मासिक धर्म आने पर ही होती है मातृत्व सुख की प्राप्ति"गौतम सिन्हा"

डौंडीलोहारा :- विकास खण्ड के अंतिम छोर में बसे गांवों तक किशोरी बालिकाओं व महिलाओं के व्यक्तिगत स्वच्छता के लिए सेनेटरी पैड आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाता था। प्रशिक्षण के अभाव में व्यक्ति गत स्वच्छता के बारे में खुलकर चर्चा करना सम्भव नहीं था लेकिन अब जिला प्रशासन द्वारा कपड़ा मुक्त व सेनेटरी पैड युक्त भारत बनाने की दिशा में कार्य करने के लिये महिला समूहों को रिवॉल्विंग फंड उपलब्ध कराया गया है जिससे अब समूह की महिलाएं उच्च क्वालिटी की प्रमाणित सेनेटरी पैड का क्रय कर ग्रामीण अंचल के प्रत्येक गांवों तक पहुंचा रही है जिससे व्यक्ति गत स्वच्छता को बढ़ावा मिल रहा है। जिला प्रशासन के माध्यम से महिला समूहों को प्रशिक्षण मिलने के बाद महिलाएं निःसंकोच सेनेटरी पैड की उपयोगिता पर चर्चा करती है। अब महिला समूह पुरुषों को भी सेनेटरी पैड की सकारात्मक परिणाम के बारे में जानकारी देकर अपने पत्नी, बेटी व अन्य महिला रिश्तदारों के व्यक्ति गत स्वच्छता के लिए प्रेरित करती नजर आती है। विकास खण्ड के सभी स्वच्छा ग्राही समूहों के पास सेनेटरी पैड की उपलब्धता है। मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन महत्व के विषय पर ग्राम पंचायत खरथुली व भीमकन्हार में कृष्णा दल व गोदावरी दल की महिलायें शामिल होकर मासिक धर्म के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता अपनाने व गांव गांव में किशोरी बालिकाओं को जागरूक करने संकल्प लिया। स्वच्छ भारत मिशन(ग्रामीण) के संकुल समन्वयक गौतम सिन्हा ने मासिक धर्म विषय पर प्रकाश डालते हुए महिलाओं व किशोरी बालिकाओं के व्यक्तिगत स्वच्छता (मासिक धर्म) के विषय में जानकारी दिया तो सभी ने तालियां बजाकर सेनेटरी पैड उपयोग करने तथा गांव में किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं को जागरूक करने का भरोसा दिलाया। श्री सिन्हा ने महिलाओं को मासिक धर्म के विषय पर आगे कहा कि मासिक धर्म अभिशाप नहीं बल्कि वरदान है मासिक धर्म आने पर ही महिलायें मातृत्व का सुख प्राप्त कर सकती है। इसके बिना माँ बनना संभव नहीं है। इस विषय पर खुलकर बात करना चाहिए संकोच नहीं करना चाहिए। गंदा कपड़ा उपयोग करने के नुकसान व सेनेटरी पैड उपयोग करने के फायदे को विस्तार पूर्वक बताया जिससे महिलाओं में जागरूकता आयी है। महिलाओं को प्रति माह मासिक धर्म होता है लेकिन जानकारी के अभाव में व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान नहीं दिया जाता है जिसके कारण यौन जनित रोगों का शिकार होने की सम्भावना प्रबल हो जाती है, इससे बचने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सेनेटरी पैड का उपयोग कर इन रोगों से बचा जा सकता है। कलस्टर अध्यक्ष रमन बावरे व कृष्णा जांगड़े ने महिलाओं को अपने अपने ग्राम पंचायतों में किशोरी बालिकाओं एवं महिलाओं को मासिक धर्म व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में जागरूक करने प्रेरित किया। महिलाओं को व्यक्तिगत स्वच्छता को सत प्रतिशत अपनाने सलाह दिया।

आर के देवांगन/अरुण उपाध्याय 7089094826/9425572406