*शिक्षकों को भी मिले फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स का दर्जा व 50 लाख का बीमा कवर साथ ही टीईटी एवं डीएड की बाध्यता खत्म कर सहायक शिक्षक के रूप में अनुकंपा नियुक्ति*

*शिक्षकों को भी मिले फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स का दर्जा व 50 लाख का बीमा कवर साथ ही टीईटी एवं डीएड की बाध्यता खत्म कर सहायक शिक्षक के रूप में अनुकंपा नियुक्ति*
*शिक्षकों को भी मिले फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स का दर्जा व 50 लाख का बीमा कवर साथ ही टीईटी एवं डीएड की बाध्यता खत्म कर सहायक शिक्षक के रूप में अनुकंपा नियुक्ति*

*शिक्षकों को भी मिले फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स का दर्जा व 50 लाख का बीमा कवर साथ ही टीईटी एवं डीएड की बाध्यता खत्म कर सहायक शिक्षक के रूप में अनुकंपा नियुक्ति*

कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के सहायक शिक्षकों की ड्यूटी कोरोना टीकाकरण, कांटेक्ट ट्रेसिंग, जिला सीमा में बैरियर ड्यूटी, कंट्रोल रूम आदि कार्यों में लगाई जा रही है। जिससे कई शिक्षक साथी संक्रमित हो रहे हैं जिसके कारण आज तक सैकड़ों शिक्षक असमय काल के गाल में समा गए। जो शिक्षक संक्रमित होते हैं उन्हें शासन प्रशासन उनके हाल पर छोड़ देती है और वह अपनी जिंदगी बचाने के लिए मजबूर हो जाते हैं और इससे उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब होती है। इस संबंध में छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन जिला बालोद के जिला अध्यक्ष देवेंद्र हरमुख ने बताया कि वर्तमान समय संकट का समय है जिसमें हम सबको मिलकर लड़ना है, इस संकट काल में हमारे शिक्षक साथी सरकार व समाज के साथ हैं लेकिन सरकार कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर हम शिक्षकों के सुरक्षा के प्रति उदासीन है और तो और कई जिलों में शिक्षकों को शव पहुंचाने का भी आदेश दिया गया है जो बिल्कुल अनुचित है वर्तमान में शासन प्रशासन जो भी आदेश दे रही है प्रदेश के शिक्षक उसका समर्पित भाव से निर्वहन कर रहे हैं। अतः शासन प्रशासन भी शिक्षकों के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अन्य विभाग के कर्मचारियों की तरह उन्हें बेहतर निशुल्क चिकित्सा सुविधा मिले। शिक्षकों को भी मिले फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स का दर्जा व 50 लाख का बीमा कवर साथ ही टीईटी एवं डीएड की बाध्यता खत्म कर सहायक शिक्षक के रूप में अनुकंपा नियुक्ति प्रदान करें एवं आपदा से निपटने हेतु शिक्षकों को उचित दायित्व व प्रशिक्षण प्रदान करें अन्यथा छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आगामी समय में मजबूरन कोरोना संबंधित कार्यों का बहिष्कार करने हेतु बाध्य होगी, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। बालोद ब्लाक अध्यक्ष श्री खिलानंद साहू ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकथाम हेतु हमारी ड्यूटी बिना प्रशिक्षण, बिना सुरक्षा किट, बिना टीकाकरण एवं बिना कोई बीमा के लगाई जा रही है जिसके कारण कई शिक्षकों की असामयिक मृत्यु हो चुकी है इस तरह बिना कुछ सुविधा प्रदान किए फ्रंटलाइन वारियर्स की तरह ड्यूटी लगाना सर्वथा अनुचित है साथ ही मृत्यु उपरांत उनके परिवार जनों की अनुकंपा नियुक्ति संबंधी कोई स्पष्ट नीति व निर्देश जारी नहीं किया गया इससे सभी सहायक शिक्षक भयभीत व आक्रोशित हैं। इस संबंध में छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक फेडरेशन जिला बालोद के पदाधिकारियों द्वारा महिला एवं बाल कल्याण विभाग मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया, गुण्डरदेही विधायक व संसदीय सचिव श्री कुंवर निषाद एवं संजारी बालोद विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा को ज्ञापन सौंपा गया। तथा फेडरेशन के पदाधिकारियों एलेन्द्र यादव, अश्वनी सिन्हा, दयाराम चुरेंद्र, प्रहलाद कौसमार्य,डामन पटेल,शशि अग्रवार,भोज सिन्हा, नारायण साहू, संजय सेन, दुलार कौशिक,बिसरु यादव, शैलेन्द्र ठाकुर, छविलाल साहू, कृतेश तारम, हेमेन्द्र चन्द्रहास, महेंद्र साहू आदि ने सहायक शिक्षकों की समस्याओं का अतिशीघ्र हल करने की मांग की है।

रिपोर्ट-अरुण उपाध्याय

मो-9425572460