*80 लाख के टेंडर में गोलमाल का नया खेल डौण्डी लोहारा नगर पंचायत का नया कारनामा,मंत्री निवास स्थान के निकाय का मामला*

*80 लाख के टेंडर में गोलमाल का नया खेल डौण्डी लोहारा नगर पंचायत का नया कारनामा,मंत्री निवास स्थान के निकाय का मामला*
*80 लाख के टेंडर में गोलमाल का नया खेल डौण्डी लोहारा नगर पंचायत का नया कारनामा,मंत्री निवास स्थान के निकाय का मामला*

*80 लाख के टेंडर में गोलमाल का नया खेल डौण्डी लोहारा नगर पंचायत का नया कारनामा,मंत्री निवास स्थान के निकाय का मामला*

 *टेंडर के गलत प्रक्रिया में अध्यक्ष लोकेश्वरी साहू,सहित उपाध्यक्ष व पार्षदों,एल्डरमेनो की चुप्पी भी आमजनता के समझ नही आ रहा कि आखिर ईमानदारी से कार्य की शपथ लेने वाले ये जिम्मेदार इस मामले पर आखिर चुप क्‍यों है।*

 *कलेक्टर साहब देखिए मंत्री के गृह स्थान के नगर पंचायत में कैसे टेंडर में गोलमाल कर शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाया जा रहा है।* 

*बालोद जिला का डौण्डी लोहारा नगर पंचायत पहले भी कमीशन के खेल में काफी शोहरत बटोर चुका है। व पदस्थ प्रतिनिधियों के परिवारजनों के ऊपर आरोप भी लगे है। बावजूद सुधार की जगह ये और गड़बड़ी करने में लगे है।* 

*मरम्मत के कार्यो में भी काफी गोलमाल करने की जानकारी सामने आ रहा है। राजनांदगांव के एक ठेकेदार के नाम से किये गए कार्यो में भी गोलमाल करने की अंदरूनी खबरे*

 *बालोद जिला का डौण्डी लोहारा नगर पंचायत पहले भी कमीशन के खेल में काफी शोहरत बटोर चुका है। व पदस्थ प्रतिनिधियों के परिवारजनों के ऊपर आरोप भी लगे है। बावजूद सुधार की जगह ये और गड़बड़ी करने में लगे है।*

डौण्डी लोहारा - प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेडिया के निज निवास स्थान के नगर पंचायत डौण्डी लोहारा में विभाग के अधिकारियों के गड़बड़झाला कार्यो के चलते नगर पंचायत के ऊपर लग रहा धब्बा की नगर पंचायत डौण्डी लोहारा में निविदा में गड़बड़ी करने का बड़ा खेल चलाया जा रहा है। वह भी निर्माण कार्यो को लेकर जिस पर उंगली उठना चालू हो गया है। मामला यह है कि 5.06.2021 व 4.06.2021 को नगर पंचायत के द्वारा दो पत्र जारी कर लगभग 60 लाख रुपये के 2 निविदा आमंत्रित किया गया और डुस निविदा को अपने चाहते लोगो को देने की मंशा के चलते आर्थिक गड़बड़ी करने की नीयत से आर्थिक लाभ लेने की प्रत्याशा के सोच से पूरी टेंडर प्रक्रिया को ही नियम विरुद्ध कर दिया है। व गुपचुप तरीके से निविदा को आमंत्रित किया गया है। वही एक टेंडर आनलाइन आमंत्रित किया गया उसमें भी नियम कायदों को ताक पर रखा गया हैं। निकाय के सूचना पटल पर निविदा की जानकारी चस्पा नही किया गया न ही अन्य जरूरी कदम उठाए गए। जिससे इस निविदा पर व प्रक्रिया पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। कि आखिर निकाय का प्रशासन व जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी किसके शह पर सरकारी नियम कायदों की धज्जियां उड़ा रहे है। व शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहे है। 10 से 24 प्रतिशत कम दर पर निविदा खुलने वाले नगर पंचायत डौण्डी लोहारा में यकायक 22 प्रतिशत अधिक दर व दूसरे कार्यो में 10 प्रतिशत के लगभग अधिक दर के महज तीन ठेकेदारों के निविदा में भाग लेने से पूरी प्रक्रिया को समझा जा सकता है। कि स्वच्छ प्रक्रिया से टेंडर आहत करने पूर्‌ प्रतिस्पर्धा के चलते कम दर प्राप्त होता है। वही पहली बार गुपचुप निविदा प्रक्रिया के कारण 22 प्रतिशत अधिक दर पर निविदा की कार्यवाही गल॒त तरीके से किया गया है। निकाय में सत्ता पक्ष के साथ साथ विपक्ष के पार्षदों,सांसद प्रतिनिधि द्वारा निकाय के अंदर चल रहे ऐसे गलत कार्यो पर मौन धारण करने से कई प्रकार के संदेह जन्म ले रहे है । कि आखिर ये लोग किस कारण चुप्पी साधकर बैठे है। इस मामले पर आवाज क्‍यों नही बुलंद कर रहे। आखिर अंदरखाने कही कोई खिचड़ी तो नही पक रहा है। जो गलत टेंडर प्रक्रिया के बावजूद ये आवाज नही उठा रहे है।

*निविदा प्रकाशन ही गलत* :विभाग के द्वारा निकाले जाने वाले निविदाओं के लिए शासन की और से कुछ मापदंड तय किये गए है। खासकर निविदा प्रकाशन को लेकर लेकिन नगर पंचायत डौण्डी लोहारा के अधिकारियों ने इसकी अनदेखी करते हुए दो ऐसे पेपर जो कि प्रचलित अखबार नही व बालोद जिला के किसी भी गांव व शहर व नगर में नही आता उस प्रकार के समाचार पत्रों में प्रकाशित कराया गया गुपचुप तरीके से जिससे जिले के ठेकेदारों को नगर के ठेकेदारों को जानकारी न हो व अपने चहेते ठेकेदार को आर्थिक लाभ दिलाया जा सके

*अधिकारियों की बड़ी लापरवाही ऐसे लोगो पर कार्यवाही की आवश्यकता ताकि गलत कार्यो पर रोक लगे* : प्रदेश शासन में कैबिनेट मंत्री अनिला भेडिया के गृह नगर पंचायत के अंदर इस तरह के गलत कार्यो को अंजाम देकर पदस्थ अधिकारियो ने उनकी छवि व नगर का नाम खराब करने का काम किया है। जिस पर इस निविदा प्रक्रिया की जांच कर मामले में दोषियों के ऊपर कड़ी कार्यवाही की जानी चाहिए। 

*सीएमओ राकेश प्रधान का अजीब बयान इस मामले पर नगर में पदस्थ सीएमओ से जब इस मामले में जानकारी दी गई तो उनका कहना था कि यह गलती मेरे आने से पहले का है। पूर्व सीएमओ मनीष गायकवाड़ के हस्ताक्षर से यह टेंडर गया है। उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन लेकर इसको निरस्त करने की कार्यवाही की बात कही थी लेकिन अभी तक इस और कोई भी कार्यवाही नही किया जा रहा है। जो जांच का विषय है।*