बच्चों में लेखन कौशल और रचनात्मक कार्यों को प्रोत्साहित करने प्राथमिक स्कूलों की जिला स्तरीय प्रतियोगिता 2 अक्टूबर को

बच्चों में लेखन कौशल और रचनात्मक कार्यों को प्रोत्साहित करने प्राथमिक स्कूलों की जिला स्तरीय प्रतियोगिता 2 अक्टूबर को
बच्चों में लेखन कौशल और रचनात्मक कार्यों को प्रोत्साहित करने प्राथमिक स्कूलों की जिला स्तरीय प्रतियोगिता 2 अक्टूबर को

बच्चों में लेखन कौशल और रचनात्मक कार्यों को प्रोत्साहित करने प्राथमिक स्कूलों की जिला स्तरीय प्रतियोगिता 2 अक्टूबर को

बच्चों के लेखन कौशल में सुधार लाने और रचनात्मक कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए पढ़ई तुंहर दुआर 2.0 के प्रथम चरण में प्रदेश की सभी प्राथमिक शालाओं के लिए जिला स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन 2 अक्टूबर को किया जाएगा। यह प्रतियोगिता बच्चों के पढ़ने के कौशल, बच्चों द्वारा तैयार हस्तलिखित पुस्तिकाओं की प्रदर्शनी, विज्ञान के प्रयोगों की प्रदर्शनी कर समझाना और आमाराईट की तरह छोटे-छोटे प्रोजेक्ट कार्यों को प्रस्तुतिकरण की होगी।

 प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए जिले की सभी प्राथमिक विद्यालय से शाला स्तर, संकुल स्तर और विकासखण्ड स्तर पर समुदाय से निर्णायक मंडल गठन कर उत्कृष्ट विद्यार्थियों का चयन किया जाएगा। प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा नरेन्द्र दुग्गा द्वारा इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, प्राचार्य डाइट और जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा को निर्देश जारी किए गए हैं। राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि जिला स्तर पर आयोजित होने वाले प्रतियोगिता में जिले में जनप्रतिनिधि, मंत्री-विधायकगण, पालक एवं समुदाय से प्रबुद्ध लोगों को आमंत्रित किया जाए। उनके समक्ष जिले के विभिन्न विकासखण्डों से चयनित विद्यार्थियों को उनके पढ़ने का कौशल, हस्तलिखित पुस्तिकाओं की प्रदर्शनी, विज्ञान के प्रयोगों की प्रदर्शनी कर समझाना और आमाराईट की तरह छोटे-छोटे प्रोजेक्ट कार्यों को प्रस्तुतिकरण का अवसर दिया जाए । जिला स्तर पर चयनित विद्यार्थियों को अतिथियों द्वारा पुरस्कृत किया जाए। जिला स्तर के आयोजन के पूर्व संकुल और विकासखण्ड स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन निर्धारित तिथियों में कर लिया जाए। प्रतियोगिताओं के दौरान बच्चों के पठन, लेखन, गणित एवं विज्ञान से संबंधित अद्यतन स्थितियों की जानकारी लेकर उनमें आगे और सुधार के लिए सतत् प्रयास जारी रखा जाए। सभी विद्यार्थियों में कोरोना की वजह से सीखने की क्षति लर्निंग लॉस में कमी लाते हुए उन्हें कक्षा के अनुरूप दक्षता विकास के लिए आवश्यक प्रयास किए जाए।