जिले के जन-प्रतिनिधियो द्वारा गौठानों का अवलोकन के संबंध में दिए गए जानकारी पर जिला प्रशासन द्वारा जांच कराकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई जिले के 411 गौठानो में की जा रही है गोबर की नियमित खरीद 01 लाख 40 हजार 699 क्विंटल खाद का विक्रय महिलाओं ने कमाए 04 करोड़ 60 लाख

जिले के जन-प्रतिनिधियो द्वारा गौठानों का अवलोकन के संबंध में दिए गए जानकारी पर जिला प्रशासन द्वारा जांच कराकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई  जिले के 411 गौठानो में की जा रही है गोबर की नियमित खरीद 01 लाख 40 हजार 699 क्विंटल खाद का विक्रय महिलाओं ने कमाए 04 करोड़ 60 लाख
जिले के जन-प्रतिनिधियो द्वारा गौठानों का अवलोकन के संबंध में दिए गए जानकारी पर जिला प्रशासन द्वारा जांच कराकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई  जिले के 411 गौठानो में की जा रही है गोबर की नियमित खरीद 01 लाख 40 हजार 699 क्विंटल खाद का विक्रय महिलाओं ने कमाए 04 करोड़ 60 लाख

 

जिले के जन-प्रतिनिधियो द्वारा गौठानों का अवलोकन के संबंध में दिए गए जानकारी पर जिला प्रशासन द्वारा जांच कराकर वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई

जिले के 411 गौठानो में की जा रही है गोबर की नियमित खरीद 01 लाख 40 हजार 699 क्विंटल खाद का विक्रय महिलाओं ने कमाए 04 करोड़ 60 लाख

बालोद, :- बालोद जिला प्रशासन द्वारा जिले के जनप्रतिनिधियों के द्वारा जिले के गोठान अवलोकन के संबंध में प्रकाशित खबर पर तत्काल संज्ञान में लेते हुए ।

  कलेक्टर  कुलदीप शर्मा के निर्देशानुसार अधिकारियों द्वारा तत्काल संबंधित गौठानों का जांच कर वस्तु स्थिति की जानकारी ली गई। जांच में गोठानों में सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित पाई गई।

  उल्लेखनीय है कि राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना से ग्रामीण क्षेत्रो में एक जागृति आयी है और किसानो के जीवन में परिवर्तन एवं खुशहाली आया है।

   ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। गोधन न्याय योजना के जिला नोडल अधिकारी श्री सूर्य नारायण ताम्रकार ने बताया कि बालोद जिला क्षेत्रान्तर्गत कुल 437 ग्राम पंचायतो में 405 ग्रामीण क्षेत्रों में तथा 10 शहरी क्षेत्र में, इस प्रकार कुल 415 गौठान जिले में स्वीकृत है।

   सभी गौठानो में राज्य शासन की महत्वकांक्षी गोधन न्याय योजना के तहत् नियमित रूप से गोबर खरीदी की जा रही है।

   ताम्रकार ने बताया कि अब तक कुल 22 हजार 573 गोबर विक्रेताओ से कुल 5 लाख 82 हजार 749 क्विंटल गोबर का क्रय गौठानो में किया गया है तथा क्रय किये गये गोबर के अनुपात में कुल 1 लाख 68 हजार 4 सौ 75 क्विंटल जैविक खाद का उत्पादन किया जाकर 1 लाख 40 हजार 6 सौ 99 क्विंटल खाद का विक्रय किया जा चुका है।

   वर्मी कम्पोस्ट विक्रय से अब तक स्व-सहायता समुहो को कुल 4 करोड़ 80 लाख रू. से अधिक लाभांश राशि का भुगतान किया गया है। वर्तमान स्थिति में जिले में कुल 249 गौठान स्वावलंबी हो चुके है। जिले में कुल 415 गौठानो हेतु चार चरणो में स्वीकृति प्रदान की गयी है,

   जिसके अंतर्गत 411 गौठानों में मूलभूत सुविधाओं के साथ गोबर खरीदी कार्य आगामी खरीफ में खाद की पूर्ति हेतु जोर शोर से चल रहा है। सुराजी गांव योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में आयी जागृति, समुहों को दिया जा रहा प्रशिक्षण जैविक खाद निर्माण हेतु कृषि विभाग को नोडल है, विभाग द्वारा स्व-सहायता समूहो को प्रशिक्षण प्रदान किया गया है एवं आवश्यकता अनुरूप समय-समय पर मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है।

   खाद की गुणवत्ता नियंत्रण हेतु सैम्पल समय-समय पर प्रयोगशाला में प्रेषित किया जाता है। जिले के गौठानो में बिजली एवं पानी की उपलब्धता हेतु विद्युत विभाग, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं समस्त जनपद पंचायतो को निर्देशित किया गया है,

   जिसके अनुसार संबंधित विभागो द्वारा इस हेतु समुचित प्रयास करते हुए कार्य कराया जा रहा है।

   ग्रामीण अर्थव्यवस्था बन रही मजबूत, किसानो को किया जा रहा पैरा दान हेतु प्रेरित गौठानो में पशुओं की सुखे चारे की उपलब्धता हेतु किसानो को प्रेरित कर जिले में कुल 65 हजार 2 सौ 03 क्विंटल पैरा दान कराया गया है साथ ही पैरा के संरक्षण हेतु बेलर मशीन से बंडल तथा पशु विभाग द्वारा पैरा उपचार भी कराया गया है।   

  गौठानो में समूहों के द्वारा सामुदायिक बाड़ी, मत्स्यपालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन, मशरूम उत्पादन एवं अन्य आय मूलक आजिविका गतिविधि विभागीय सहयोग से संचालित की जा रही है, जिससे उनकी आय में वृद्धि हुई है।

रिपोर्ट खास :- अरुण उपाध्याय बालोद मो नम्बर :- 94255 72406