मानवता फिर हुई एक बार फिर शर्मसार अर्जुंदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सटा हुआ खुला मैदान की झाड़ियों में एक नवजात शिशु जीवित अवस्था में मिला।
मानवता फिर हुई एक बार फिर शर्मसार अर्जुंदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सटा हुआ खुला मैदान की झाड़ियों में एक नवजात शिशु जीवित अवस्था में मिला।
अर्जुंदा : आज जहां शासन प्रशासन के द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नीति साथ ही बेटियों के लिए विभिन्न योजनाओं को लाया जा रहा है और धर्म एवं पुराण में बेटियों को मां लक्ष्मी और न जाने अन्य कितने नाम से जाने जाते हैं किंतु आज ऐसे भी मां एवं बाप है जो बेटियों को बोझ समझते हैं और इसी की उदाहरण नगर अर्जुंदा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने को मिला जहां पर रात्रि के अंधेरे में अनजान व्यक्तियों द्वारा हॉस्पिटल के परिसर में नवजात शिशु का प्रसव करा कर बगल में बने सतनामी समाज के आहता और शौचालय निर्माण के लिए रखे ईंट के बीच में तकरीबन डेढ़ से 2 फीट के गैप में नवजात शिशु को फेंक दिया गया था जो सामान्य आदमी के नजर में नहीं आया किंतु जब चार-पांच लड़के सामने तालाब जा रहे थे तभी उसे नन्ही बेटी की रोने की आवाज सुनकर उन लड़कों द्वारा आसपास के सभी लोगों को जानकारी दिया गया।
उसके उपरांत अर्जुंदा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर एसपी खान एवं डॉ संजीव ग्लैड दोनों ही तत्काल वहां उपस्थित हुए तथा हरिभूमि के पत्रकार वामन साहू एवं अन्य के द्वारा तत्काल उस नवजात शिशु को अस्पताल के जच्चा बच्चा वार्ड में ले जाकर उपस्थित स्टाफ नर्स के द्वारा तत्काल इलाज करना प्रारंभ किया नवजात शिशु एक बच्ची है जो बहुत ही सुंदर है।
आपको बता दें फिर हाल उनका देखरेख किया जा रहा है और उनका वजन लगभग डेढ़ किलो के आसपास है। स्वास्थ विभाग के कड़ी मेहनत से वह पूरी तरह स्वस्थ है।
और कहा भी जाता है। (जाके राखे संईया मार सके ना कोई)
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अर्जुंदा प्रभारी डॉक्टर एसपी खान से इसके संबंध में जानकारी लेने पर पता चला कि :-
आज हमारे अस्पताल परिसर से लगभग 100 मी की दूरी में सतनामी समाज के मंदिर के आहता के बगल में एक अज्ञात नवजात शिशु मिला जो बच्ची है सूचना मिलते ही हमारी डॉक्टर एस की टीम वहां पहुंचा और बच्ची को उठाकर अस्पताल के अंदर जच्चा बच्चा वार्ड में ले जाकर पूरी तरह उनके स्वास्थ्य का चेकअप किया गया बच्ची पूरी तरह स्वस्थ है तत्पश्चात जिला दुर्ग बोरसी में स्थित मातृ छाया संस्था के कर्मचारी आकर उसे बच्ची को अपने साथ ले गए।
संसदीय सचिव एवं विधायक गुण्डरदेही कुंवर सिंह निषाद को इस अज्ञात शिशु के जानकारी मिलते ही तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अर्जुंदा पहुंचे और उसे बच्ची को देखकर दुखी हुआ क्योंकि इतनी सुंदर बच्ची को वह जालिम इंसान वहां पर कैसे छोड़ कर चले गए उसके पश्चात डॉक्टर को इस बच्ची की देखने के लिए कहा।
थाना प्रभारी अर्जुंदा मनीष सेन्डे से इस मामले पर बात करने पर उन्होंने बताया
कि इस अज्ञात नवजात शिशु के मामले में धारा 317 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है तथा आसपास के सभी ग्राम कोटवारों को सभी गांव में इसके संबंध में मुनियादी करने का आदेश दिया गया है। ताकि ऐसे अपराध करने वाले अपराधी का जल्द से जल्द पता लगाया जा सके और उनके खिलाफ उचित कार्यवाही किया जा सके।