22 जनवरी को श्रीराम लला की स्थापना दिवस पर बालोद शहर के गंजपारा में समिति ने भगवा रंग रोशनी की झालरों से घर को सजाने की पहल,, जिससे गंजपारा का प्रत्येक घर भगवा रोशनी से सजा
22 जनवरी को श्रीराम लला की स्थापना दिवस पर बालोद शहर के गंजपारा में मंदिर समिति ने भगवा रंग रोशनी की झालरों से घर को सजाने की पहल,, जिससे गंजपारा का प्रत्येक घर भगवा रोशनी से सजा
बालोद :- बालोद शहर के गंजपारा स्थित दुर्गा मंदिर समिति के पहल ने बालोद नगर को भगवा रंग में रंग दिया है। इस पहल की शुरुआत कुछ हफ्ते पहले मंदिर समिति द्वारा गंजपारा से की गई थी।
यह पहल थी 22 जनवरी को होने वाले राम लला के गर्भ गृह में स्थापना को उत्सव के रूप में मनाने के लिए मंदिर क्षेत्र को भगवा रंग के लाइट से सजाने की। मंदिर समिति के लोगों सहित राइस मिल एसोसिएशन, चेंबर ऑफ कामर्स, टिंबर संगठन द्वारा की गई थी।
जिसके बाद दुर्गा मंदिर और गंजपारा क्षेत्र के कई लोगों ने अपने घरों के सामने भगवा रंग की झालर लाइट लगाना शुरू किया। उत्सव के लगभग दो हफ्ते पहले से ही यह सजावट शुरू हो गई थी।
लेकिन इस सजावट का असर ऐसा देखने को मिला कि बालोद नगर के अधिकतर वार्ड अब भगवा रंग में नजर आ रहे हैं। शाम होती ही विभिन्न चौक चौराहे और गलियां लोगों के घर और मंदिर भगवा रंग की लाइटों से रोशन हो जाते हैं। यह नजारा देख लोग अभिभूत हो जाते हैं।
22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का सीधा प्रसारण भी गंजपारा में एलईडी स्क्रीन पर किया जाएगा।
जिसको लेकर भी लोगों में उत्सुकता बनी हुई है। तो वहीं इस तरह के पहल से लोगों में राम भक्ति जगाने का अंगूठा प्रयास दुर्गा मंदिर समिति और चेंबर ऑफ कॉमर्स के लोगों ने मिलकर किया है।
आयोजन के दिन भी बड़ी संख्या में लोग भगवा लाइटिंग करने की तैयारी में है। कई लोगों ने समिति के माध्यम से कम खर्च पर लाइट खरीद रखे हैं।
तो कई लोगों ने पहले से ही लाइट लगवाने शुरू कर दिए हैं। भगवा झालर की झलक बालोद नगर के कई वार्डों में देखने को मिल रही है।
लोग इस पल को यादगार बनाने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं तो वही अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा को एक ऐतिहासिक दिन बनाने के लिए लोग घरों की सजावट रंग रोगन में भी जुटे हुए हैं।
इस दिन कई लोग अपने घरों में भी राम मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा करने की तैयारी भी कर रहे हैं। दिखती है एक रुकता, भगवा रंग है सनातन संस्कृति का प्रतीक जैसे ही शाम होते ही बालोद नगर की गलियां भगवा रंग के लाइटों से रोशन होता है। नगर में एकरूपता देखने को मिलती है। यह भगवा रंग सनातन धर्म की संस्कृति का प्रतीक है।
हजारों वर्षों से ये संस्कृत आज भी कायम है। एक ओर जहां अयोध्या सज रहा है। रोज नए-नए सजावट का दौर जारी है तो दूसरी ओर बालोद नगर भी भगवा रंग में रंगता नजर आ रहा है।अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां जोर-शोर पर है।
22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि पर बनकर तैयार मंदिर में भक्ति रामलला के दर्शन कर सकेंगे। प्राचीन काल में उज्जैन के राजा विक्रमादित्य का शासन काफी दूर तक फैला था। बताया जाता है कि एक बार राजा विक्रमादित्य अपनी सेवा के साथ अयोध्या क्षेत्र से गुजर रहे थे। इस दौरान उन्हें इस भूमि पर एक अलग सा सकारात्मक ऊर्जा का आभास हुआ।
वह अपने सेना के साथ प्रयागराज पहुंचे। जहां उनसे ब्राम्हण रूप धारी मिले और कहा कि आप जहां से होकर आ रहे हैं वह स्थान भगवान श्री राम के जन्मस्थली अयोध्या है।
रिपोर्ट खास :- अरुण उपाध्याय बालोद
मो नम्बर :- 94255 72406