छात्रावास एवं आश्रमों में विद्यार्थियों को घर जैसे माहौल एवं सुविधा उपलब्ध कराई जाए : - कलेक्टर  चन्द्रवाल  समीक्षा बैठक लेकर व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की अधीक्षक-अधीक्षिकाओं को बच्चों के अभिभावक की भूमिका निभाने को कहा

छात्रावास एवं आश्रमों में विद्यार्थियों को घर जैसे माहौल एवं सुविधा उपलब्ध कराई जाए : - कलेक्टर  चन्द्रवाल   समीक्षा बैठक लेकर व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की अधीक्षक-अधीक्षिकाओं को बच्चों के अभिभावक की भूमिका निभाने को कहा
छात्रावास एवं आश्रमों में विद्यार्थियों को घर जैसे माहौल एवं सुविधा उपलब्ध कराई जाए : - कलेक्टर  चन्द्रवाल   समीक्षा बैठक लेकर व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की अधीक्षक-अधीक्षिकाओं को बच्चों के अभिभावक की भूमिका निभाने को कहा

 

 छात्रावास एवं आश्रमों में विद्यार्थियों को घर जैसे माहौल एवं सुविधा उपलब्ध कराई जाए : - कलेक्टर  चन्द्रवाल

 समीक्षा बैठक लेकर व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की अधीक्षक-अधीक्षिकाओं को बच्चों के अभिभावक की भूमिका निभाने को कहा

 बालोद, :- कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने कहा कि शासन द्वारा संचालित आश्रम एवं छात्रावास निम्न, मध्यमवर्गीय तथा जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए संरक्षण स्थली है।

  जिसे ध्यान में रखते हुए जिले के आश्रम, छात्रावासों में निवासरत् विद्यार्थियों घर जैसे माहौल एवं जरूरी सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

  जिससे कि बच्चों को अनुकूल परिवेश एवं सुविधा मिल सके। कलेक्टर  चन्द्रवाल आज संयुक्त जिला कार्यालय सभाकक्ष में आदिम जाति कल्याण विभाग के द्वारा जिले में संचालित आश्रम, छात्रावासों के अधीक्षक-अधीक्षिकाओं की बैठक लेकर उक्ताशय के निर्देश दिए हैं।

  बैठक में श्री चन्द्रवाल ने नए शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के मद्देनजर छात्रावास में उपलब्ध सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की।

  उन्होंने अधीक्षक-अधीक्षिकाओं को छात्रावास एवं आश्रम प्रारंभ होने के पूर्व सभी व्यवस्थाएँ सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्रीमती मेनका चन्द्राकर एवं अन्य अधिकारियों के अलावा अधीक्षक-अधीक्षिकागण उपस्थित थे।

  बैठक में कलेक्टर ने छात्रावास, आश्रमों में साफ-सफाई की व्यवस्था, मरम्मत, शिक्षा सत्र 2024-25 में छात्रावास, आश्रमों में प्रवेश की पूरी तैयारी, कन्या छात्रावास एवं आश्रमों में मूलभूत सुविधा, शिष्यवृत्ति आॅनलाईन भूगतान की वर्तमान स्थिति, अधीक्षक-अधीक्षिकाओं के व्यक्तित्व एवं क्रियाकलाप आदि की विस्तृत समीक्षा की।

  इसके अलावा उन्होंने छात्रावास एवं आश्रमों में पेयजल व्यवस्था, कन्या छात्रावास आश्रमों की विशेष निगरानी तथा शिक्षा सत्र 2023-24 के परीक्षा परिणाम के अलावा छात्रावास एवं आश्रमों में वर्षाकाल के पूर्व वृक्षारोपण की तैयारी आदि के संबंध में भी बारी-बारी से जानकारी ली।

  चन्द्रवाल ने छात्रावास एवं आश्रमों के साफ-सफाई की व्यवस्था के संबंध में जानकारी ली तथा सभी अधीक्षक-अधीक्षिकाओं को साफ-सफाई समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

  बैठक में उन्होंने छात्रावास, आश्रमों के शौचालयों की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि दौरे के दौरान यदि छात्रावास, आश्रमों में समुचित साफ-सफाई नही पाए जाने तथा शौचालयों की स्थिति ठीक नही होने पर संबंधित अधीक्षक-अधीक्षिकाओं के विरुद्ध कार्रवाई की भी चेतावनी दी।

  उन्होंने कहा कि शौचालयों में दरवाजे एवं पानी आदि की उपब्धता समुचित होनी चाहिए।

  चन्द्रवाल ने सभी अधीक्षक-अधीक्षिकाओं को दरवाजे आदि की मरम्मत की आवश्यकता पड़़ने पर एक सप्ताह के भीतर शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए।

  बैठक में  चन्द्रवाल ने छात्रावास, आश्रमों में विद्यार्थियों के प्रवेश प्रक्रिया के संबंध में भी जानकारी दी।

  उन्होंने जरूरतमंद विद्यार्थियों को छात्रावास, आश्रमों में प्रवेश मिल सके इसके लिए सभी अधीक्षक-अधीक्षिकाओं को आसपास के विद्यालय में इसका समुचित प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।

  उन्होंने प्रवेश के लिए निर्धारित तिथि तक बच्चों का आवेदन लेने तथा मेरिट के आधार पर बच्चों का चयन करने के निर्देश दिए। श्री चन्द्रवाल ने छात्रावास, आश्रमों के स्वीकृत सीट के आधार पर बच्चों का शत प्रतिशत प्रवेश सुनिश्चित हो सके इसके लिए जरूरी उपाय भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

 उन्होंने कहा कि छात्रावास, आश्रमों में प्रवेश लेने विद्यार्थियों की उपस्थिति शत प्रतिशत सुनिश्चित होनी चाहिए।

  कलेक्टर ने कहा कि निरीक्षण के दौरान वे स्वयं इसका माॅनिटरिंग करेंगे। कन्या छात्रावास, आश्रमों की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए जिले के सभी कन्या छात्रावास, आश्रमों की सुरक्षा की पुख्ता उपाय तथा देखरेख की समुचित उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

  इसके लिए उन्होंने सभी कन्या छात्रावास, आश्रमों में महिला होमगार्ड की तैनादगी सुनिश्चित करने को कहा।

 बैठक में कलेक्टर ने आश्रम, छात्रावास के अधीक्षक-अधीक्षिकाओं के व्यक्तित्व एवं क्रियाकलापों के संबंध में भी जानकारी ली।

 उन्होंने कहा कि अधीक्षक-अधीक्षिकाओं का व्यवहार विनम्र, सौम्य एवं मिलनसार होनी चाहिए। जिससे बच्चों को अपने माता-पिता एवं अभिभावक के भाव का बोध हो सके।

  चन्द्रवाल ने अधीक्षक-अधीक्षिकाओं के कार्य एवं दायित्व को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए पूरे निष्ठा एवं लगन के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर देश के नौनिहालों के तकदीर गढ़ने के महती कार्य में महत्वपूर्ण निभाने को कहा।

रिपोर्ट खास :- अरुण उपाध्याय बालोद

मो नम्बर :-94255 72406