जिले के मुख्य मार्ग दुर्घटनाओं के लिये मशहूर नैशनल हाइवे 930 से 50 फिट की दूरी में लगा है, (अंग्रेजी शराब की दुकान ) अंग्रेजी शराब दुकान पर रेट प्रिंट से अधिक दामो पर बेचा जा रहा शराब

जिले के मुख्य मार्ग दुर्घटनाओं के लिये मशहूर नैशनल हाइवे 930 से 50 फिट की दूरी में लगा है, (अंग्रेजी शराब की दुकान )  अंग्रेजी शराब दुकान पर रेट प्रिंट से अधिक दामो पर बेचा जा रहा शराब
जिले के मुख्य मार्ग दुर्घटनाओं के लिये मशहूर नैशनल हाइवे 930 से 50 फिट की दूरी में लगा है, (अंग्रेजी शराब की दुकान )  अंग्रेजी शराब दुकान पर रेट प्रिंट से अधिक दामो पर बेचा जा रहा शराब

 

जिले के मुख्य मार्ग दुर्घटनाओं के लिये मशहूर नैशनल हाइवे 930 से 50 फिट की दूरी में लगा है, (अंग्रेजी शराब की दुकान )

अंग्रेजी शराब दुकान पर रेट प्रिंट से अधिक दामो पर बेचा जा रहा शराब

 *बालोद* :- जिला मुख्यालय जहां सबसे अधिक भीड़भाड़ वाली अंग्रेजी शराब दुकान में प्रिंट रेट से अधिक दाम पर शराब बेचे जाने का मामला सामने आया।

   अंग्रेजी शराब दुकान मैनेजर और सेल्समेन द्वारा प्रिंट रेट एक क्वार्टर 260 रुपये की अंग्रेजी शराब की 180 एमएल शीशी को 300 रूपये बेचा जा रहा है।

  सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एक व्यक्ति ने अपना नाम ना छपवाने की शर्त पर बताया कि अंग्रेजी शराब की 180 एमएल पर 300 रूपये फोन पे पेमेंट करने का स्क्रीन शार्ट उपलब्ध करवाया।

  अंग्रेजी शराब पर भी सेल्समेन खरीदने वालों का चेहरा देखकर रेट तय करते है, 260 रुपये में बिकने वाली अंग्रेजी शराब 180 एमएल 300 रुपये में बेची जा है। यह खेल काफी दिनों से चल रहा है।

  अंग्रेजी शराब बोतल के प्रिंट रेट देखकर ही तय होता है, कि उस बोतल से कितने की कमाई होना है। जैसे कि 180 एमएल अंग्रेजी शराब 260 रुपये में मिलने वाली शराब को मैनेजर और सेल्समेन मिलकर 300 रुपये तक मे बेच लेते है।

  ठीक उसी प्रकार अधिक से अधिक रेट वाली अंग्रेजी शराब के ऊपर आखिर कमाई जाता कहा है।

  *अधिक कीमत लेकर बेच रहे शराब*

  शराब खरीदने वाले एक शख्स ने बताया कि अंग्रेजी शराब दुकान में भी शराब की बोतलों में प्रिंट रेट से अधिक कीमत लिया जा रहा है।

  अंग्रेजी शराब दुकान में अधिक कीमत लेकर शराब बेचा जा रहा है। वही इसकी शिकायत कई बार प्रशासन से की गई है। इसके बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

 *शासन के है कड़े नियम क्या कहे जिमेदार अधिकारी*

  शासन के सभी नियमो का हम पालन कर रहे हैं, भले ही 180 ml की विस्की कीमत रेट प्रिंट 260 रुपये है लेकिन स्कैनर में उसका मूल्य 300 रुपया है, जब 40 रुपया ज्यादा क्यू तो इसकी कीमत ही 300 तय की गई है बिल उपलब्ध नही होने के कारण स्कैनर में दिखा देते है जब कोई बिल मांगता है तब ऐसा कहना है जिमेदार आबकारी अधिकारी  का फिर पूछा गया कि ये अंग्रेजी शराब की दुकान नैशनल हाइवे से लगा हुआ है बीच मे दुर्घटनाओं का भय बना रहता है और आप ये रेटलिस्ट चस्पा क्यू नही करवाये है तो बोले यह प्रक्रिया में है।

 गौरतलब है कि, वर्तमान में प्रदेश में राज्य शासन के सार्वजनिक उपक्रम सी.एस.एम.सी.एल. द्वारा प्लेसमेंट एजेंसियों के कर्मचारियों के माध्यम से शराब दुकानों का संचालन कराया जा रहा है।

  प्लेसमेंट एजेंसियों द्वारा अपने विक्रयकर्ताओं पर भी निगरानी रखी जा रही है, जिससे अब शराब दुकानों से शराब कोचियों को भारी मात्रा में शराब की बिक्री नियंत्रित हुई है।

 प्रदेश में संचालित शराब दुकानों से ओव्हर रेटिंग, मिलावट और कोचियों को शराब की आपूर्ति पर कड़ी कार्यवाही करते हुए इसे रोका जा रहा है।

 शराब दुकानों से ग्राहकों को निर्धारित सीमा में ही शराब की बिक्री की जा रही है। कोई भी व्यक्ति इस निर्धारित सीमा से अधिक मात्रा में शराब की मांग अथवा किसी भी प्रकार का अपराधिक कृत्य शराब दुकान में करता है, तो उसके खिलाफ भी कड़ी वैधानिक कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

रिपोर्ट खास :- अरुण उपाध्याय बालोद

मो नम्बर :- 94255 72406