अब मरीजों के लिए नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी, सरकार ने उठाया यह कदम

अब मरीजों के लिए नहीं होगी ऑक्सीजन की कमी, सरकार ने उठाया यह कदम
परिवहन के लिए राज्य स्तरीय मेडिकल ऑक्सीजन कंट्रोल कक्ष बनाया है। इसके बनने से कोविड पीड़ित मरीजों को आसानी से आक्सीजन मिलेगा।

छत्तीगसढ़ में कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की कमी से अब नहीं जूझना पड़ेगा। सरकार ने राज्य में संचालित अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन के सुलभ वितरण और परिवहन के लिए राज्य स्तरीय मेडिकल ऑक्सीजन कंट्रोल कक्ष बनाया है। इसके बनने से कोविड पीड़ित मरीजों को आसानी से आक्सीजन मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव सीआर प्रसन्ना ने बताया कि जिला स्तर पर भी मेडिकल ऑक्सीजन कंट्रोल कक्ष का गठन किया जा रहा है। नईदुनिया ने प्रदेश में कोरोना मरीजों को आक्सीजन की दिक्कत को लेकर लगातार खबर का प्रकाशन किया था। इसके बाद सरकार ने आक्सीजन की उपलब्धता को लेकर गंभीर कदम उठाया।

 

राज्य स्तरीय मेडिकल ऑक्सीजन कंट्रोल कक्ष प्रदेश मे संचालित अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन की आवश्यकता की नियमित निगरानी करते हुए उसकी उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। यह कंट्रोल रूम मेडिकल आक्सीजन के परिवहन में यदि अंतरराज्यीय परिवहन में कोई समस्या आती है तो भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग के सेंट्रल कंट्रोल रूम से समन्वय कर समस्या का निराकरण भी करेगा। राज्य स्तरीय समिति में केडी कुंजाम नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन, वेदव्रत सिरमौर संयुक्त आयुक्त परिवहन विभाग, प्रवीण शुक्ला वाणिज्य एवं उद्याोग, हिरेन पटेल खाद्य एवं औषधि प्रशासन और डॉ वाईके शर्मा स्वास्थ्य सेवाएं सदस्य हैं।

जिला स्तरीय समिति, जिले स्तर पर मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता एवं निरंतरता सुनिश्चित करेगी। किसी प्रकार की कठिनाई होने पर राज्य स्तरीय समिति से समन्वय कर उसे दूर करेगी। जिला दंडाधिकारी द्वारा महाप्रबंधक उद्योग, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सहायक औषधि नियंत्रक या औषधि निरीक्षक की समिति गठित कर जिला मेडिकल ऑक्सीजन कंट्रोल कक्ष बनाया जाएगा।