गंगा देव की हुई चोरी, चोरों ने छोड़ा पत्र, अपने देव को ले जाने की बात लिखी

गंगा देव की हुई चोरी, चोरों ने छोड़ा पत्र, अपने देव को ले जाने की बात लिखी
गंगा देव की हुई चोरी, चोरों ने छोड़ा पत्र, अपने देव को ले जाने की बात लिखी

पानाबरस राज में स्थापित मंदर में आंगा देव को चोरी कर लेगए। चोर रात में मंदर में घुसे और ताला तोड़कर मंदर मेंरखे आंगा देव को लेकर फरार हो गए। चोर घटनास्थल पर एक पत्र छोड़कर गए हैं, जिसमें लिखा है कि, हम आंगादेव लेकरजा रहे हैं। इस घटना के बाद आदिवासियों में हड़कंप मचाहुआ है।उल्लेखनीय है कि, पानाबरस राज में स्थापित मंदिर में आंगा देव को तुहपाल आंगा देव के नाम से जाना जाता रहा है। जिस पर आदिवासी समाज के साथ साथ मोहला, मानपुर- अंबागढ़, चौकी जिले के अन्य समाज का भी आस्था लंबे समय से जुड़ा हुआ है। इसी कारण पानाबरस जमींदारी का कोई भी शुभ कार्य आंगा देव की पूजा अर्चना के साथ ही प्रारंभ होता है। गांव में आपदा या विपत्ति आने पर भी फरियाद करनें के साथ- साथ देव आज्ञा से ही समस्या का समाधान करते आ रहे हैं। घटना को लेकर बताया गया कि आधी रात को पानाबरस मंदिर का ताला तोड़कर अज्ञात लोगों के द्वारा मंदिर में एक पत्र छोड़कर आगा देव को ग़ायब कर दिया गया है।

निहडेली से लाये गए थे आंगादेव

हड़कंप मच गया है। हालांकि मंदिर पर एक पत्र मिला है जिसमें लिखा हुआ है कि हमारे इष्ट देव को हम लोग ले जा रहे है वे कौन लोग हैं जिनका आदिवासी समाज के द्वारा तफ्तीश किया जा रहा है।अपने स्तर पर समाज कर रहा है खोजबीनबताया गया कि पानाबरस के राजा स्वर्गीय लाल श्याम शाह महाराज के द्वारा गांव के देव स्थल में महाराष्ट्र गढ़चिरौली के निहडेली गांव से लाकर आगा देव को स्थापित किया गया था जो आधी रात को गायब कर दिया गया है। पानाबरस के साथ साथ क्षेत्र के लोग अपने अपने स्तर पर खोजबीन कर रहे हैं। हालांकि पुलिस प्रशासन को सूचना दे दी गई है परन्तु अपराध दर्ज नहीं कराया गया है। मोहला पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों द्वारा अपराध दर्ज करवाने पर विधि सम्मत कार्यवाही की जावेगी।

इष्ट देव की तरह मानते हैं आदिवासी

 

परंपरागत तौर पर पानाबरस जमींदारी के अन्तर्गत किसी भी शुभ कार्य इष्ट देव की पूजा और आंगा देव की अनुमति लेकर किया जाता रहा है। पानाबरस जमींदारी के किसी भी गांव में विपत्ति आपदा या बीमारी फैलने पर तुहपाल आंगा देव की आराधना करते है और मनाते है। गलती के लिए क्षमा याचना करते हैं देव आज्ञा के अनुसार कसूर भी देते हैं। मनुष्य ही नहीं पालतू पशुओं में भी बीमारी या अकाल मृत्यु से बचने के लिए पूजा अर्चना करते आ रहें हैं।

 

*आधी रात को ताला तोड़कर गायब कर दिए आंगा देव*

 

आदिवासियों के आस्था स्थल पानाबरस से बीती रात में अज्ञात लोगों द्वारा ताला तोड़कर आंगा देव की चोरी की खबर जंगल में आग की तरह फैल गई है जिससे वनांचल में हड़कंप मच गया है। हालांकि मंदिर पर एक पत्र मिला है जिसमें लिखा हुआ है कि हमारे इष्ट देव को हम लोग ले जा रहे है वे कौन लोग हैं ?

 

क्षेत्रीय लोग अपने स्तर पर समाज कर रहा है खोजबीन जारी है।