पाटेश्वर धाम के लिए एतिहसिक दीन था 26 फरवरी
पाटेश्वर धाम के लिए एतिहसिक दीन था 26 फरवरी
26 फरवरी पाटेश्वर धाम के लिए बहुत ही ऐतिहासिक दिन था जब महामहिम राज्यपाल अनुसुइया जी का श्री हनुमान नंदी शाला पाटेश्वर धाम में आगमन हुआ तो संत श्री राम बालक दास जी ने पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया ततपश्चात महामहिम जी ने गौ मंदिर पहुचीं और सुंदर सजी धजी 5 गायों का विधि विधान से पूजन कर गुड़, हरा घास, रोटी व फल खिलाकर गौमाता का आशीर्वाद लिया। इस पूजा में संत श्री राम बालक दास जी भी महामहिम जी के साथ रहे।
इसके बाद गौशाला में निर्मित अतिथि गृह में महामहिम जी एवं उनके साथ आये अतिथियों ने सीता रसोई में बने हुए महाप्रसाद भोजन ग्रहण किया। ततपश्चात महामहिम राज्यपाल पाटेश्वरधाम पहुंच कर मंदिर परिसर में विराजमान देवी देवताओं का क्रमशः पूजा अर्चना करते हुए सदगुरुदेव श्रीमहंत राम जानकी दास महात्यागी से भेंट मुलाकात कर पाटेश्वर संस्कार वाहिनी व आम जनमानस से रूबरू होते हुए सभी को प्रणाम जय सियाराम कहते हुए भाव विभोर होते हुए संत श्रीराम बालक दास महात्यागी से चर्चा करते हुए सुआ नृत्य दल व पारम्परिक बाजे गाजे से स्वागत प्रदर्शन करते मण्डली को हाथ का इशारा कर अपने निकट बुलाया और उनके साथ तश्वीर खिंचवाई। सहज सरल स्वभाव व सेवाभाव देखकर महामहिम राज्यपाल ने सभी का प्रशंसा करते हुए मंच में पहुंचे जहां उपस्थित जन समुदाय करतल ध्वनि से स्वागत किया। महामहिम राज्यपाल का मंच संचालन गौतम सिन्हा ने किया। जगह जगह श्रद्धालु भक्तों ने अपने मोबाईल से सेल्फी लेते नजर आये। शनिवार को माघी पूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर ब्रम्हमुहूर्त में स्वर्ण गंगा कुंड के जल से स्नान कर मंदिर परिसर तथा पेड़ पौधों के निकट दीपक जलाकर रोशनी किया गया। दूसरी ओर यज्ञ मंडप में ब्राह्मणों ने मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ में आहुतियाँ दे रहे थे। दोपहर 1 बजे यज्ञ भगवान की पूर्णाहुति हुआ। सीता रसोई में खीर पूड़ी के साथ भोजन भंडारा अनवरत जारी रहा। दोपहर 2 बजे राम कथा वाचक पूर्णेन्दु तिवारी चित्रकुट धाम ने प्रतिदिन की भांति रामकथा से सबको भाव विभोर किया।
नरेंद्र विश्वकर्मा