जिले के सेवा सहकारी समितियों का कार्यकाल धीरे-धीरे अब समाप्त होने लगे हैं जानिये पूरी खबर में

जिले के सेवा सहकारी समितियों का कार्यकाल धीरे-धीरे अब समाप्त होने लगे हैं जानिये पूरी खबर में
जिले के सेवा सहकारी समितियों का कार्यकाल धीरे-धीरे अब समाप्त होने लगे हैं जानिये पूरी खबर में

जिले के सेवा सहकारी समितियों का कार्यकाल धीरे-धीरे अब समाप्त होने लगे हैं जानिये पूरी खबर में 

बालोद//जिले के सेवा सहकारी समितियों का कार्यकाल धीरे-धीरे अब समाप्त होने लगे हैं। 26 जून को जिले की 19 सेवा सहकारी समिति का कार्यकाल खत्म हो गया था। वहीं दो जुलाई को 16 और समितियों का कार्यकाल खत्म हो गया। इन सभी जगहों पर प्राधिकृत अधिकारी बिठा दिये गए हैं। नौ जुलाई को 17 सेवा सहकारी समितियों का कार्यकाल भी खत्म हो जाएगा। यहां भी प्राधिकृत अधिकारी बैठाने की तैयारी चल रही है।

ज्ञात हो जिले में कुल 122 सेवा सहकारी समिति संचालित है। इनमें से 53 सेवा सहकारी समिति नई है, जो लगभग एक साल पहले गठित हुई है। वहीं 69 सेवा सहकारी समिति पुरानी है। 53 बनी हुई नई सहकारी समिति में छह दिसंबर को चुनाव होना था, लेकिन ठीक चुनाव के पहले चुनाव स्थगित हो गया है। चुनाव स्थगित होने के बाद इन सेवा सहकारी समितियों में पहले से ही प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं।वही पुराने 69 सेवा सहकारी समितियों में 17 ऐसी समिति हैं जहां कोरम का अभाव है। इन समितियों में भी संचालक मंडल का गठन नहीं हो पाया है। इन समितियों में भी प्राधिकृत अधिकारी कार्यरत है। इसके अलावा शेष बचे 52 सेवा सहकारी समितियों में से 19 समिति का कार्यकाल 26 जून को, 16 समिति का कार्यकाल दो जुलाई को समाप्त हो चुका है। इसी तहर 17 सेवा सहकारी समिति का कार्यकाल नौ जुलाई को खत्म हो जाएगा। इसके बाद जिले के सभी 122 सेवा सहकारी समितियों में प्राधिकृत अधिकारी बैठ जाएंगे। 

कई समितियों में नहीं हो पाई हैं वार्षिक आमसभा 

जिले की कई सेवा सहकारी समितियों में वार्षिक आमसभा भी नहीं हो पाई है जबकि नियम के अनुसार एक अप्रैल से लेकर सितंबर तक वार्षिक आमसभा करा लेनी हैं। लेकिन कई जगहों पर यह नहीं हो पाई है। जिन समितियों में संचालक मंडल का कार्यकाल समाप्त हो गया है वहां पर नियुक्त प्राधिकृत अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी कि वे समय पर वार्षिक आमसभा कराएं। 

इन समितियों का कार्यकाल हुआ पूरा 

26 जून को 19 सहकारी समितियों का कार्यकाल पूर्ण हो गया हैं जहां पर संचालक मंडल की जगह प्राधिकृत अधिकारी बैठाए गए हैं जिसमें सेवा सहकारी समिति मर्यादित बालोद, पाररास, सांकरा ज, बरही, निपानी, सांकरा क, करहीभदर, पीपरछेड़ी, बेलोदी, आदिमजाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित साल्हे, घोटिया, भर्री टोला, सोरर, बड़गांव, गैंजी, भंवरमरा, रेंगाडबरी, कोचेरा,मंगचुवा शामिल शामिल है। दो जुलाई को 16 समितियों का कार्यकाल खत्म हो गया है, जिसमें सेवा सहकारी समिति मर्यादित गोरकापार,परसदा, भरदाकला, खुरसुनी, अर्जुंदा, गबदी, कोड़ेवा, कांदुल, खप्परवाड़ा, आदिमजाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित नवागांव, खेरथा, मुड़ीया, जेवर तला और खाम तराई शामिल है। 

सहकारी समितियों के संचालक मंडल का कार्यकाल समाप्त होते ही बोर्ड की सारी शक्तियां पंजीयक सहकारी संस्थाएं को हस्तांतरित हो जाती है।पंजीयक उन शक्तियों का प्रयोग करने की शक्ति अधिसूचना द्वारा उप पंजीयक को दिया है। अतः उप पंजीयक समितियों का कार्य सुचारू रूप से संचालन के लिए छत्तीसगढ़ सहकारी सोसाइटी अधिनियम के तहत समितियों के लिए प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त किया गया है। 

-आरपी राठिया,

उप पंजीयक सहकारी

संस्थाए जिला बालोद। 

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