ये भी दिन देखना बाकी रहा शिक्षा के क्षेत्र में उजियारा फैलाने की जगह अब शिक्षक मध्यान भोजन बनाने में लगे हुए है जानिए आगे ख़बर में

ये भी दिन देखना बाकी रहा शिक्षा के क्षेत्र में उजियारा फैलाने की जगह अब शिक्षक मध्यान भोजन बनाने में लगे हुए है  जानिए आगे ख़बर में
ये भी दिन देखना बाकी रहा शिक्षा के क्षेत्र में उजियारा फैलाने की जगह अब शिक्षक मध्यान भोजन बनाने में लगे हुए है  जानिए आगे ख़बर में

ये भी दिन देखना बाकी रहा शिक्षा के क्षेत्र में उजियारा फैलाने की जगह अब शिक्षक मध्यान भोजन बनाने में लगे हुए है जानिए आगे ख़बर में 

बालोद- //शिक्षा के क्षेत्र में उजियारा फैलाने की जगह अब शिक्षक मध्यान भोजन बनाने में लगे हुए है। इस तरह का मामला बालोद जिले के डौंडी ब्लाक सहित विभिन्न ब्लाकों में देखने को मिला। जिला शिक्षा अधिकारी के आदेश के चलते शिक्षक बधाों को पढ़ाना लिखाना छोड़ कर खाना बनाने में व्यस्त हो गए हैं। शासन ने रसोइयों को हो रही परेशानी को देखते हुए उन्हें डेढ़ घंटे तक काम करने का आदेश जारी किया है।जिसको लेकर सभी शिक्षा अधिकारियों ने स्थानीय स्कूलों को आदेश प्रसारित कर दिया है। 

रसोइए आदेश के पालन करते हुए डेढ़ घंटे ही स्कूल आकर जितना काम हो सके उसे निपटा कर वापस चले जाते हैं। इसके बाद जो भी काम बचा है उसे पूरा करने की जिम्मेदारी या तो संस्था प्रमुखों पर आ गई है या फिर मध्यान भोजन चला रहे स्व सहायता समूह पर। ऐसे में जहां समूह वाले खाना पकाने से इंकार कर रहे, तो जिम्मेदारी शिक्षकों पर आ गई है।कन्नेवाड़ा, लिमोरा सहित कई स्कूल ऐसे भी हैं जहां पर स्वयं शिक्षक ही खाना पका रहे हैं। रसोइए पहले से शासन-प्रशासन को अल्टीमेटम दे रहे हैं कि 12 जुलाई तक स्कूल खोलने पर पहुंचेंगे और डेढ़ घंटे तक रहेंगे। शासन ने आदेश में स्पष्ट नहीं किया है कि कितने से कितने बजे तक डेढ़ घंटे काम करना है । 12 जुलाई के बाद रसोइयों ने हड़ताल की चेतावनी भी दे दी है। तो वहीं, 12 जुलाई से पहले ही शिक्षकों पर परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा है। शिक्षकों में इस बात से नाराजगी बढ़ रही है। क्या कहते हैं डीइओ और बीइओ 

बालोद के डीईओ प्रवास बघेल का कहना है कि हमने आदेश जारी किया है कि अगर रसोईया डेढ़ घंटे बाद काम छोड़कर जा रहे हैं। तो आगे की जिम्मेदारी योजना का संचालन करें स्व सहायता समूह की है। स्कूलों से शिकायतें आ रही है। इस पर कोई रास्ता निकालने के लिए प्रयास करते हैं। आदेश शासन से ही है। बालोद बीईओ बसंत बाघ का कहना है कि व्यवस्था बनाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार के आदेशों का ही हम पालन कर रहे हैं। 

ब्लाक के मध्यान्ह भोजन योजना की प्रभारी रजनी वैष्णव का कहना है कि शासन का आदेश प्राप्त हुआ है। जिसको लेकर अधिकारियों के निर्देश के बाद सभी स्कूलों को आदेश भेजा गया है। संस्था प्रमुखों को भी इसकी जवाबदारी दी गई है कि वे समूह के जरिए भोजन पकवाए। कुछ जगह खुद शिक्षक भोजन पका रहे हैं यह गलत है। उन्हें समूह वालों को इसके लिए निर्देशित कर उनसे काम करवाना चाहिए। 

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