गुणडरदेही ब्लाक के प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बन रही सडक़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही झीका से परना ,धीना लंबाई 7.60 किलोमीटर कार्य का प्रारंभ

गुणडरदेही ब्लाक के  प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बन रही सडक़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही झीका से परना ,धीना  लंबाई 7.60 किलोमीटर कार्य का प्रारंभ
गुणडरदेही ब्लाक के  प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बन रही सडक़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही झीका से परना ,धीना  लंबाई 7.60 किलोमीटर कार्य का प्रारंभ

गुणडरदेही ब्लाक के प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बन रही सडक़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही झीका से परना ,धीना लंबाई 7.60 किलोमीटर कार्य का प्रारंभ

गुणडरदेही ब्लाक के प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बन रही सडक़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही झीका से परना ,धीना लंबाई 7.60 किलोमीटर कार्य का प्रारंभ करने की तिथि 12-1 21 3 करोड़ 94 लाख 26 हजार ठेकादार एम एस सी कटहरे कोरबा कार्यपालन अभियंता बी एस पटेल पंचायत एवं ग्रामीण विकास योजना किमी की सडक़ का निर्माण मानक के आधार पर नहीं किया जा रहा टेकादार कटहरे ने सात कि मी रोड़ पर 6पुल का निर्माण किया गया रोड का पुल अभी से भर भर आना शुरू हो गया है जिसमे गिट्टी का उपयोग पुल बनाने 20 मेम Mm किया जाता है था लेकिन इन्होंने 40 मेम गिट्टी का उपयोग किया यह गिट्टी सिर्फ डब्लु एम एम रोड़ बनाने के पहले मूरुम बिझाने के बाद डाला जाता है टेकादार ने रेत,सिमेन्ट की मात्रा भी बहुत कम किया है पुल मे पानी की तराई भी नही किया पूल अभी से भरभरा शूरु हो गया टेकादार पुर्ण रुप से पेसा बचाने एव भष्टाचार चरम सिमा से पार कर दी डायवर्शन रोड नही बना गया रोड़ बनाने के पहले डायवर्शन बनाने के पहले राशि का आवंटन किया जाता है लेकिन यहां पहले पुल पुलिया बनाया गया ठेकेदार के द्वारा डायवर्सन रोड का निर्माण करना था है जो रोड बनने के पहले डायवर्सन रोड़ ग्रामीण आवागमन सुविधा हो सके जो शासन के द्वारा निर्माण निर्माण होने से पहले डायवर्सन रोड बनाने की प्रक्रिया रहता है लेकिन इस रोड पर दर्जनों भर पुल पुलिया का निर्माण किया गया है लेकिन कहीं पर भी एक डायवर्सन रोड का निर्माण नहीं किया गया हल्की सी बरसात के कारण ग्रामीणों को 12 किलोमीटर दूरी कर जाना पड़ रहा है अगर अगर ठेकेदार के द्वारा डायवर्सन रोड का निर्माण किया रहता है इस दूरी तय करना नहीं पड़ता तक भी सडक़ बन रही है। उक्त ठेकेदार ने नियम को ताख पर रखकर रोड का निर्माण करा रहा है। नियम के आधार पर सडक़ निर्माण के लिए प्रथम चरण में 20-20 सेंटीमीटर में दो लेयर में मुरुम डालना अनिवार्य है। दो परत के मरुम को पानी मारकर रोलर से दबाया जाना भी है। मानक के आधार पर ठेकेदार की ओर से मुरुम नहीं डाला गया है। राहगीर ग्रामीण ने बतया यह टेकादार यह बस्तर या जगल क्षेत्र किया है अनूमान लगया जा रहा क्यो कि हर कार्य स्तरहीन कार्य कर रहा के आसपास से सिर्फ मिट्टी ही डाला जा रहा है। ग्रामीणों के विरोध के बाद भी न तो रोलर चलाया जा रहा न ही मानक के आधार पर सडक़ को बनाया जा रहा है। ग्रामीणों ने सडक़ को मानक के आधार पर बनाने बात कही तो ठेकेदार मनमानी पर उतर आया। इस संबंध में ग्रामीणों से जानकारी ली तो पुल का निर्माण लाकडाउन के समय निर्माण किया पुल पर पानी नही डाला सिमेन्ट की जगह पत्थर का डस्ट का उपयोघ किया गिट्टी निम्न स्थर कुरदी खदान का डाला गया बानते ही पुल के बहार गिट्टी बहार आ गया था इसी प्रकार सडक़ निर्माण पूरी तरह से खराब निर्माण होना बताया जा रहा हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अधिकारियों से इस संबंध में बात करने की कोशिश किया गया तो कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं हुए। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा कि जिन अधिकारियों की मॉनिटरिंग में सडक़ का निर्माण कराया जाना है, वह मौके पर ही नहीं रह रहे हैं। मानक की खुलेआम धज्जियां अधिकारियों की अनदेखी से की जा रही है। बहरहाल पुल पुलिया, निर्माण या सडक़ पर अभी मुरुम का लेयर ही पड़ा है, जो प्रथम चरण के निर्माण में गुणवत्ता की पोल खोल रहा है। जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्रचंद्राकर मोंटी यादव ने कहा ग्रामीणों ने सड़क पुल सड़क निर्माण की शिकायत आई है जहां काम हो रही है भारी अनियमितता है नियमों का उल्लंघन कर पुल पुलिया का निर्माण किया गया है वह गुणवत्ता ही ने निर्माण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करेंगे सिकोसा//गुणडरदेही ब्लाक के प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत बन रही सडक़ भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही झीका से परना ,धीना लंबाई 7.60 किलोमीटर कार्य का प्रारंभ करने की तिथि 12-1 21 3 करोड़ 94 लाख 26 हजार ठेकादार एम एस सी कटहरे कोरबा कार्यपालन अभियंता बी एस पटेल पंचायत एवं ग्रामीण विकास योजना किमी की सडक़ का निर्माण मानक के आधार पर नहीं किया जा रहा टेकादार कटहरे ने सात कि मी रोड़ पर 6पुल का निर्माण किया गया रोड का पुल अभी से भर भर आना शुरू हो गया है जिसमे गिट्टी का उपयोग पुल बनाने 20 मेम Mm किया जाता है था लेकिन इन्होंने 40 मेम गिट्टी का उपयोग किया यह गिट्टी सिर्फ डब्लु एम एम रोड़ बनाने के पहले मूरुम बिझाने के बाद डाला जाता है टेकादार ने रेत,सिमेन्ट की मात्रा भी बहुत कम किया है पुल मे पानी की तराई भी नही किया पूल अभी से भरभरा शूरु हो गया टेकादार पुर्ण रुप से पेसा बचाने एव भष्टाचार चरम सिमा से पार कर दी डायवर्शन रोड नही बना गया रोड़ बनाने के पहले डायवर्शन बनाने के पहले राशि का आवंटन किया जाता है लेकिन यहां पहले पुल पुलिया बनाया गया ठेकेदार के द्वारा डायवर्सन रोड का निर्माण करना था है जो रोड बनने के पहले डायवर्सन रोड़ ग्रामीण आवागमन सुविधा हो सके जो शासन के द्वारा निर्माण निर्माण होने से पहले डायवर्सन रोड बनाने की प्रक्रिया रहता है लेकिन इस रोड पर दर्जनों भर पुल पुलिया का निर्माण किया गया है लेकिन कहीं पर भी एक डायवर्सन रोड का निर्माण नहीं किया गया हल्की सी बरसात के कारण ग्रामीणों को 12 किलोमीटर दूरी कर जाना पड़ रहा है अगर अगर ठेकेदार के द्वारा डायवर्सन रोड का निर्माण किया रहता है इस दूरी तय करना नहीं पड़ता तक भी सडक़ बन रही है। उक्त ठेकेदार ने नियम को ताक पर रखकर रोड का निर्माण करा रहा है। नियम के आधार पर सडक़ निर्माण के लिए प्रथम चरण में 20-20 सेंटीमीटर में दो लेयर में मुरुम डालना अनिवार्य है। दो परत के मरुम को पानी मारकर रोलर से दबाया जाना भी है। मानक के आधार पर ठेकेदार की ओर से मुरुम नहीं डाला गया है। राहगीर ग्रामीण ने बतया यह टेकादार यह बस्तर या जगल क्षेत्र किया है अनूमान लगया जा रहा क्यो कि हर कार्य स्तरहीन कार्य कर रहा के आसपास से सिर्फ मिट्टी ही डाला जा रहा है। ग्रामीणों के विरोध के बाद भी न तो रोलर चलाया जा रहा न ही मानक के आधार पर सडक़ को बनाया जा रहा है। ग्रामीणों ने सडक़ को मानक के आधार पर बनाने बात कही तो ठेकेदार मनमानी पर उतर आया। इस संबंध में ग्रामीणों से जानकारी ली तो पुल का निर्माण लाकडाउन के समय निर्माण किया पुल पर पानी नही डाला सिमेन्ट की जगह पत्थर का डस्ट का उपयोघ किया गिट्टी निम्न स्थर कुरदी खदान का डाला गया बानते ही पुल के बहार गिट्टी बहार आ गया था ईसी पप्रकार सडक़ निर्माण पूरी तरह से खराब निर्माण होना बताया जा रहा हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के अधिकारियों से इस संबंध में बात करने की कोशिश किया गया तो कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं हुए। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा कि जिन अधिकारियों की मॉनिटरिंग में सडक़ का निर्माण कराया जाना है, वह मौके पर ही नहीं रह रहे हैं। मानक की खुलेआम धज्जियां अधिकारियों की अनदेखी से की जा रही है। बहरहाल पुल पुलिया, निर्माण या सडक़ पर अभी मुरुम का लेयर ही पड़ा है, जो प्रथम चरण के निर्माण में गुणवत्ता की पोल खोल रहा है। जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्रचंद्राकर मोंटी यादव ने कहा ग्रामीणों ने सड़क पुल सड़क निर्माण की शिकायत आई है जहां काम हो रही है भारी अनियमितता है नियमों का उल्लंघन कर पुल पुलिया का निर्माण किया गया है वह गुणवत्ता ही ने निर्माण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग करेंगे।

रिपोर्ट-अरुण उपाध्याय

मो-9425572406