जिला मुख्यचिकत्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ जे एल उइके के निर्देशानुसार जिले में लगातार आई फ्लू के मामले आने से स्वास्थ विभाग द्वारा बचाव हेतु किये दिशानिर्देश जारी

जिला मुख्यचिकत्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ जे एल उइके के निर्देशानुसार जिले में लगातार आई फ्लू के मामले आने से स्वास्थ विभाग द्वारा बचाव हेतु किये दिशानिर्देश जारी
जिला मुख्यचिकत्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ जे एल उइके के निर्देशानुसार जिले में लगातार आई फ्लू के मामले आने से स्वास्थ विभाग द्वारा बचाव हेतु किये दिशानिर्देश जारी

 

जिला मुख्यचिकत्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ जे एल उइके के निर्देशानुसार जिले में लगातार आई फ्लू के मामले आने से स्वास्थ विभाग द्वारा बचाव हेतु किये दिशानिर्देश जारी

 

  बालोद :- जिले में लगातार आई फ्लू के मामले सामने आने के बाद अब जिला स्वास्थ्य विभाग ने इनसे बचाव के दिशानिर्देश जारी किए है। बुधवार को भी जिले में आईफ्लू के 379 मामले सामने आए है।

   जिला सहायक नेत्र अधिकारी डॉ. एके सिन्हा ने बताया कि जिला अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम इकाई बालोद के माध्यम से आमजन के लिए नेत्र संक्रमण (आई फ्लू) के संबंध में जरूरी सूचना दी जा रही है। बरसात के कारण मौसम के अचानक बदलाव के साथ मौसमी बीमारी के साथ जिले में आई फ्लू के प्रकरण सभी वर्ग में मिल रहे है।

 नेत्र संक्रमण का इलाज किया जा रहा

 

 

   मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जेएल उइके के निर्देशानुसार समस्त विकासखंड में नेत्र सहायक अधिकारी एवं ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, मितानिन के सहयोग से नेत्र संक्रमण का इलाज किया जा रहा है।

   ग्राम स्तर पर सतत नेत्र परीक्षण जारी है। डौंडी, गुरुर, गुंडरदेही, बालोद, डौंडीलोहारा समस्त विकासखंड में जहां आई फ्लू के मरीज मिल रहे हैं।

 शिकायत पर स्कूल में इलाज कर रहे

 

 

  नेत्र सहायक अधिकारी एवं ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक, मितानिनों के सहयोग से मरीजों का इलाज कर रहे हैं। कुछ स्कूली बच्चों को भी आईफ्लू की शिकायत होने पर शाला में जाकर इलाज किया जा रहा है।

  सभी संक्रमित मरीजों को आई ड्रॉप्स एवं आई ऑइंटमेंट उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी खंड चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए कि दवाई उपलब्धता में कोई कमी न रहे। नोडल अधिकारी डॉ. एके मिश्रा एवं सहायक नोडल अधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ग्राम में जाकर निगरानी कर रहे हैं।

नेत्र विशेषज्ञ आम लोगों को सुझाव व सामान्य उपचार की जानकारी दे रहे हैं।

    ●● सामान्य लक्षण बचाव ●●

  आंख लाल होना, चुमन, पानी आना, हल्का दर्द या हल्का बुखार आना। संक्रमित व्यक्ति आंख को बार-बार न छुएं। अन्य व्यक्ति से हाथ न मिलाएं, टॉवेल, रूमाल एक-दूसरे से साझा न करें, संक्रमित व्यक्ति काला चश्मा लगाएं। संक्रमित व्यक्ति हल्के गुनगुने पानी व साफ कपड़े से सफाई करें।

 सामान्य उपचार तुरन्त उपचार के लिए 

  सिप्रोफ्लोक्सेशिन आई ड्रॉप्स का उपयोग 2-2 बूंद चार से पांच बार करें। संक्रमण होने पर नेत्र विशेषज्ञ से इलाज कराएं या फिर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र / सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं जिला अस्पताल में जाकर इलाज कराएं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि यह बीमारी संपर्क से फैलती है। देखने से नहीं फैलती, इस भ्रम को दूर करें।

रिपोर्ट खास :- अरुण उपाध्याय बालोद  मो नम्बर :-- 94255 72406