सीएसवीटीयू के नियमित पदों के आवेदकों पर अपात्र होने का मंडरा रहा खतरा वहीं परिचय और जुगाड़ भी नहीं आ रहा काम

सीएसवीटीयू के नियमित पदों के आवेदकों पर अपात्र होने का मंडरा रहा खतरा वहीं परिचय और जुगाड़ भी नहीं आ रहा काम
सीएसवीटीयू के नियमित पदों के आवेदकों पर अपात्र होने का मंडरा रहा खतरा वहीं परिचय और जुगाड़ भी नहीं आ रहा काम
सीएसवीटीयू के नियमित पदों के आवेदकों पर अपात्र होने का मंडरा रहा खतरा वहीं परिचय और जुगाड़ भी नहीं आ रहा काम
सीएसवीटीयू के नियमित पदों के आवेदकों पर अपात्र होने का मंडरा रहा खतरा वहीं परिचय और जुगाड़ भी नहीं आ रहा काम

सीएसवीटीयू के नियमित पदों के आवेदकों पर अपात्र होने का मंडरा रहा खतरा वहीं परिचय और जुगाड़ भी नहीं आ रहा काम

सीएसवीटीयू भिलाई के एनर्जी एंडl इनवायरमेंट स्पेशलाइजेशन पाठ्यक्रम जोकि स्वतंत्र एनर्जी विभाग या मैकेनिकल या इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग संकाय से मूल रूप से संचालित होता है एवं एम.टेक. की उपाधि प्रदान की जाती है । जिसमें विश्वविद्यालय द्वारा आमंत्रित सहायक प्राध्यापक पदों के नियमित भर्ती में बी.ई.या बी.टेक. मैकेनिकल इंजीनियरिंग व इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की उपाधि धारक अभ्यर्थियों ने किया है आवेदन ऐसे में नियमानुसार उनको हो सकता है नुकसान, क्योंकि इसमें सहायक प्राध्यापक पद के लिए भारत सरकार के राजपत्र के अनुसार ऊर्जा अभियांत्रिकी में बी.ई. या बी.टेक. सहित एम.ई. या एम.टेक में प्रथम श्रेणी होना अनिवार्य है। वहीं विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग के डिप्लोमा पाठ्यक्रम इंडस्ट्रियल सेफ्टी और फायर सेफ्टी के नियमित व्याख्याता पदों पर भारत सरकार के राजपत्र अनुसार दमकल प्रौद्योगिकी एवं सुरक्षा अभियांत्रिकी या सुरक्षा एवं दमकल अभियांत्रिकी पाठ्यक्रम से बी.ई. या बी.टेक या दमकल प्रौद्योगिकी एवं सुरक्षा अभियांत्रिकी या सुरक्षा एवं दमकल अभियांत्रिकी पाठ्यक्रम से बी.ई. या बी.टेक के साथ औद्योगिक सुरक्षा या औद्योगिक सुरक्षा एवं अभियांत्रिकी पाठ्यक्रम से एम.ई. या एम.टेक में प्रथम श्रेणी होना अनिवार्य है ऐसे में इस विभाग के नियमित पदों पर सिविल,इलेक्ट्रिकल या मैकेनिकल सहित अन्य विभाग से बी.ई. या बी.टेक. किए अभ्यर्थियों को स्क्रूटनी में ही पृथक किया जा सकता है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह भर्ती पूरी पार्दर्शिता के साथ हो रही है वहीं सीएस विभाग के स्पेशलाइजेशन एआई व डाटा एनालिसिस पाठ्यक्रम के तत्कालीन नियमित भर्ती परीक्षा में सीएसवीटीयू के विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग में वर्षों से पढ़ा रहे एक भी अस्थायी या संविदा प्राध्यापक परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाए जिससे सभी दबे जुबान पर विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का सहयोग नहीं मिलने पर विरोध जता रहे है। सीएस ब्रांच में कुलपति के करीबी माने जाने वाले लोगों की नियमित नियुक्ति नहीं होने से सभी के चेहरे पर तोते उड़े हुए है अभी एमटेक व डिप्लोमा में प्राध्यापकों व व्याख्याताओं के नियमित पदों पर आवेदन किए विश्वविद्यालय के अस्थायी व संविदा कर्मियों में दहशत का माहौल यह है कि वे सभी परीक्षा की तैयारी करने पढ़ाई के एकसूत्री अभियान में जुट गए है। वहीं विश्वविद्यालय में कम्प्यूटर साइंस विभाग के अधिनस्थ एआई व डाटा एनालिसिस विषयों में स्पेशलाइजेशन की बी.टेक. (ऑनर्स ) के प्रध्यापकों हेतु तत्कालीन हुए भर्ती में परीक्षा उत्तीर्ण किए उन अभ्यर्थियों का चयन हुआ है जिनके पास उच्च शैक्षणिक योग्यता सहित एससीआई/स्कोपस में शोधपत्र, नेशनल/इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस, बुक/बुक चेप्टर, पेटेंट, नियमित पीएचडी सहित शैक्षणिक कार्य का अनुभव रहा हो।