*कोडेमरा व डुडेरा में दो दिवसी खेल प्रतियोगिता का हुआ समापन, जिला पंचायत अध्यक्ष रही उपस्थित*
*जिला पंचायत अध्यक्ष एवं एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना अध्यक्ष श्रीमती नम्रता सिंह रहीं समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित*
मोहला
मोहला विकासखंड क्षेत्र के ग्राम कोड़ेमरा एवं डुण्डेरा में आयोजित दो दिवसीय बाल क्रीड़ा खेल प्रतियोगिता का समापन हर्षोल्लास, उत्साह एवं खेल भावना के साथ संपन्न हुआ। ग्रामीण अंचलों में बच्चों के शारीरिक, मानसिक एवं नैतिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित इस प्रतियोगिता के *समापन अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष एवं एकीकृत आदिवासी विकास परियोजना अध्यक्ष श्रीमती नम्रता सिंह* की गरिमामयी उपस्थिति रही।

समापन समारोह को संबोधित करते हुए श्रीमती नम्रता सिंह ने कहा कि खेल बच्चों के सर्वांगीण विकास का सशक्त माध्यम हैं। खेलों से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि बच्चों में अनुशासन, आत्मविश्वास, सहयोग की भावना, नेतृत्व क्षमता एवं सकारात्मक सोच का भी विकास होता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ बच्चों की छिपी प्रतिभाओं को सामने लाने का महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती हैं।
प्रतियोगिता के दौरान कोड़ेमरा एवं डुण्डेरा दोनों ग्रामों के बच्चों ने विभिन्न खेल विधाओं में बढ़-चढ़कर भाग लिया। बच्चों का उत्साह, खेल कौशल और अनुशासित प्रदर्शन दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। समापन अवसर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विजेता बच्चों को प्रशस्ति पत्र एवं शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया, वहीं सभी प्रतिभागी बच्चों का भी उत्साहवर्धन किया गया। इस सम्मान से बच्चों में आगे और बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा देखने को मिली।
ग्राम कोड़ेमरा में आयोजित समापन समारोह में अश्वन छेदया सरपंच कोड़ेमरा, तीजन बाई सरपंच मोतीपुर, जगलाल कोमरे पूर्व सरपंच मोतीपुर, संदीप साहू मंडल अध्यक्ष कौड़ीकसा, देवेंद्र सिन्हा, परमेश्वर कोमरे सरपंच पुतरर्गोंदी कला, रामसेवक मानकर ग्राम पटेल, उदय राम मानकर, संतोष वर्चा, गेंदलाल नेताम, भागीरथी पुजारी सहित समस्त संकुल प्रभारी, शिक्षकगण, अभिभावक एवं छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
इसी क्रम में ग्राम डुण्डेरा में आयोजित कार्यक्रम में तुकेश मिश्रा पूर्व जनपद उपाध्यक्ष, सुखदेव गंगासागर ग्राम पटेल, गिरधारी लाल भूआर्य सरपंच ग्राम पंचायत तेलीटोला, ओमप्रकाश मिश्रा, सुनील शर्मा (शिक्षक) सहित समस्त शिक्षकगण, छात्र-छात्राएँ एवं ग्रामवासी उपस्थित रहे। सभी जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामवासियों ने बच्चों का उत्साहवर्धन कर आयोजकों की सराहना की। नम्रता सिंह ने अपने उद्बोधन में शिक्षकों, संकुल प्रभारियों एवं अभिभावकों की भूमिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों के लिए भी निरंतर प्रेरित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है और यही बच्चे आगे चलकर समाज व राष्ट्र के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं।

कार्यक्रम के सफल आयोजन पर दोनों ग्रामों के आयोजक मंडल, शिक्षकगण एवं ग्रामवासियों का विशेष योगदान रहा। ग्रामीण अंचलों में इस प्रकार के खेल आयोजनों से न केवल बच्चों में
प्रतिस्पर्धात्मक भावना विकसित होती है, बल्कि सामाजिक समरसता एवं आपसी सहयोग भी सुदृढ़ होता है। अंत में श्रीमती नम्रता सिंह ने कहा कि बच्चों और युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए खेल, शिक्षा एवं संस्कारों को समान रूप से आगे बढ़ाना आवश्यक है, और इस दिशा में जिला पंचायत स्तर से निरंतर प्रयास किए जाते रहेंगे।