खुलासा आदर्श गौठान से पशु तस्करी की आशंका,, 20 जानवर को 24 घंटा से बांध कर रखे थे बैल कोचिया ,, करीहीबदर बाजार बेचने की थी तैयारी,,,
खुलासा आदर्श गौठान से पशु तस्करी की आशंखा,, 20 जानवर को 24 घंटा से बांध कर रखे थे बैल कोचिया ,, करीहीबदर बाजार बेचने की थी तैयारी,,,
गुंडरदेही-गुंडरदेही ब्लॉक मुख्यालय से 13 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत देवगहन में बने आदर्श गौठान में पशु तस्करी की आशंका।
पूरा मामला पढ़े
पूरे छत्तीसगढ़ में बालोद जिले के सबसे पहला आदर्श गौठान ग्राम देवगहन में आज गौठान समिति एवं सरपंच सचिव के अनदेखी के चलते आज सरकार की योजना के विपरीत गौठान से एक बैल कोचिया के द्वारा लगभग 20 जानवर को प्रशासन के बिना अनुमति के गौठान में रस्सी से बांधकर रखा था, जो चारा पानी के अभाव में जानवर छटपटाते 24 घंटे रस्सी से बंधा था वहीं इस मामले को मीडिया वालों से जब जानकारी चाहा तब ग्राम पंचायत के पंचायत सचिव नंदकुमार देशलहरे ने जानकारी नहीं होने की बात कही है।
पंचायत सचिव अपने कार्यवाही से बचने के लिए चरवाहा के माध्यम से तत्काल उस बैल कोचिया को गौठान बुलाया गया,,आखिर क्यों।
उक्त मामले में ग्राम पंचायत देवगहन के सरपंच बिरम साहू से संपर्क करने पर मोबाइल उनके पुत्र ने उठाया और जानकारी दिया की गौठान में 20 नग जानवर किसने बांधा यह नहीं मालूम,, महिला सरपंच के मोबाइल नंबर को उनके पुत्र रखता है,, बड़ी लापरवाही।
गौठान समिति के अध्यक्ष लाभु राम निषाद ने कहा हमारे बिना अनुमति का जानवर बांधना गलत है और या बैल कोचिया जानवर क्यों बांधा है । वही बता पाएगा,, समिति अध्यक्ष जानकर भी बना अंजान।
गौठान में पूर्ण रूप से सेवा के रूप में गौ माता की सेवा करने वाले रावत रूप लाल यादव से प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने बताया कि जानवर किसने बांधा है हमें नहीं मालूम,, गौठान समिति की लापरवाही आ रही है सामने,,,
गांव के एक बैल कोचिंया शैलेंद्र कुमार मानिकपुरी ने बताया कि अभी हम जानवर को गौठान में बांध के रखे हैं इस और यही से जानवर को हम कल करहीबदर और जामगांव ले जाकर बस्तर से आते हैं बैल पहुंचे उसके पास बेचेंगे और जहां जानवर बांधे हैं उसको गौठान का पैरा खिलाते हैं।,, बहुत पहले से कर रहा हूं यह काम।
गौठान के आसपास से मिली जानकारी के अनुसार इस गौठान से कई खामियां सामने आई है वैसे तो पंचायत सचिव एवं गौठान समिति के अध्यक्ष व सदस्य के समक्ष इस बैल कोचीया के पुत्र कमलेश दास मानिकपुरी ने बताया कि गाय और बछड़ा को कल शाम से ही बांधकर गौठान में रखे हैं जिसे करहीबदर जाम गांव के बाजार में बेचने के लिए कल चले जाएंगे पापा,, पंचायत सचिव के समक्ष रस्सी से बंधे बछड़ा और गाय को बैल कोचिंया के पुत्र ने खोला।
अब स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते गौठान के निरीक्षण कम होने के कारण स्थानीय अधिकारी की गैर जिम्मेदाराना के चलते ग्रामीण क्षेत्र में सरकार की योजना धरातल पर नहीं बल्कि पशु तस्करी के रूप में जाने जाएंगे आखिर ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव एवं ग्राम गौठान समिति के बिना अनुमति का आखिर यह जानवर क्यों बांधा गया मामला बिगड़ते देख पंचायत सचिव ने बैल कोचिंया के पुत्र से रस्सी से बंधे जानवरों को तत्काल छोड़ा गया,,
गौठान समिति के सदस्य दिलीप साहू ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बिना गौठान समिति के आदेश एवं पंचायत सचिव के बिना अनुमति का जानवर यहां बांधना गलत है।