गोंदली जलाशय से बालोद ब्लाक के विभिन्न ग्रामो के तालाबों को भरने के लिए जलाशय से छोड़ा गया पानी विभाग की अनदेखी से बर्बाद हो रहा है। 

गोंदली जलाशय से बालोद ब्लाक के विभिन्न ग्रामो के तालाबों को भरने के लिए जलाशय से छोड़ा गया पानी विभाग की अनदेखी से बर्बाद हो रहा है। 

 

गोंदली जलाशय से बालोद ब्लाक के विभिन्न ग्रामो के तालाबों को भरने के लिए जलाशय से छोड़ा गया पानी विभाग की अनदेखी से बर्बाद हो रहा है। 

बालोद :--गोंदली जलाशय से बालोद ब्लाक के विभिन्न ग्रामो के तालाबों को भरने के लिए जलाशय से छोड़ा गया पानी विभाग की अनदेखी से बर्बाद हो रहा है। ग्राम मेढ़की ,बधमरा ओरमा सहित अन्य ग्रामो के तालाबों में जाने की बजाए ये पानी खेत खलिहान और मैदानों में भर रहा है। विडंबना है कि भीषण गर्मी में हो रही पानी की इस बर्बादी को रोकने की फुर्सत विभाग के अफसराें को नहीं मिल रही है। जब जल संसाधन के अधिकारी को फोन के माध्यम से पानी बर्बादी की खबर दी, तब वे भी चौंक गए और तत्काल दिखवाने की बात कहकर सरपँच पर ठीकरा फोड़ते नजर आए।

जल संसाधन विभाग की लापरवाही के चलते नहर से होकर खेतो में भरा पानी

ग्रामीणों की मांग पर लोगों की निस्तारी समस्या दूर करने जलाशय से पानी दिया जा रहा है। पानी तालाब की बजाय खेतों में फैल रहा है। गर्मी के मौसम में भी अनमोल पानी का मोल पहचानने वाला कोई नही है। बधमरा मेढ़की,ओरमा के तालाब में जाने की बजाए पानी आसपास के खेत में व्यर्थ बह रहा है। खरीफ सीजन में सिंचाई के लिए जिस नहर को खोला गया था, उसे बंद नहीं किया गया है। उसी नहर से होकर पानी खेतों में फैल रहा है। इस लापरवाही को देखने की फुर्सत जल संसाधन विभाग और ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के पास नहीं है। जानकारी के अनुसार गुरुवार को गोंदली जलाशय से छोड़ा गया निस्तारी पानी तालाबों में जाने की बजाए खेतो और इधर-उधर व्यर्थ बह रहा है। बालोद ब्लाक के ग्राम बधमरा,मेढ़की ,ओरमा सहित अन्य ग्रामो के सहायक नहरों में अधिक पानी होने से उसमें का पानी और कुलापा बंद नही होने से खेत और मैदान में भर गया है, जिससे कई लोगों की परेशानी बढ़ गई है।

निस्तारी के लिए गोंदली जलाशय से छोड़ा गया पानी

अप्रेल माह में पड़ रही तपती धूप से शहर व गांवों के निस्तारी तालाबों का पानी सूखने लगा है। तालाबों में जल स्तर कम होने से पानी गंदा हो गया है। कुछ गांवों में तो तालाब पूरी तरह सूख गए हैं, जिससे निस्तारी का संकट पैदा हो गया है। भीषण गर्मी में निस्तारी संकट से जूझ रहे ग्रामीणों ने गोंदली जलाशय से निस्तारी पानी छोड़ने की मांग जिला प्रशासन व सिंचाई विभाग से की थी। ग्रामीणों की मांग पर सिंचाई विभाग ने गुरुवार को गोंदली जलाशय से निस्तारी पानी छोड़ दिया। पानी अधिक मात्रा में छोड़े जाने और नहर का कुलापा बंद नही होने से जलाशय का पानी फिजूल में बह रहा है, जो कई लोगों के लिए मुसीबत बनता जा रहा है। ,,लबालब भरा खेत गोंदली जलाशय से निस्तारी के लिए तलाब में पानी भरने के लिए छोड़ा गया हैं। ग्राम बधमरा,मेढ़की,ओरमा सहित अन्य ग्रामो के खाली पड़े खेत और जमीन में जलाशय से छूटा पानी सहायक नालियों से होते हुए पहुंच रहा है। निस्तारी पानी लबालब भर गया है। नहर के कुलापा बंद नही होने और पानी अधिक भरने से बधमरा और मेढ़की के खेतो में पानी भर गया हैं। मैदान, नाली व खेत पानी से लबालब भर गए हैं। बधमरा और मेढ़की के नहर में तेज रफ्तार से पानी बह रहा है, जो किसानों के खेती जमीन में जा रहा है। खेत लबालब भर गए है। बेकार में भरे पानी लोगों और किसानों के लिए मुसीबत साबित हो रहे हैं। खेतों में कुछ और दिन पानी भरा रहा तो खरपतवार उगने की संभावना है।

जलाशय से पानी छोड़ने के पहले सरपंचों को पत्र जारी कर नाली की साफ सफाई करने को कहा गया था।फिर भी दिखवाता हु। कौशल वर्मा अभियंता जल ससाधन विभाग बालोद

रिपोर्ट :- अरुण उपाध्याय बालोद