छत्तीसगढ़ के संस्कृति के सच्चे संरक्षक हैं लोक कलाकार -- संतराम नेताम जी ( विधायक केशकाल )

छत्तीसगढ़ के संस्कृति के सच्चे संरक्षक हैं लोक कलाकार -- संतराम नेताम जी ( विधायक केशकाल )
छत्तीसगढ़ के संस्कृति के सच्चे संरक्षक हैं लोक कलाकार -- संतराम नेताम जी ( विधायक केशकाल )

छत्तीसगढ़ के संस्कृति के सच्चे संरक्षक हैं लोक कलाकार -- संतराम नेताम जी ( विधायक केशकाल )

इक्कीसवीं शताब्दी में युवा साथियों की सोच गर्त की ओर जा रही है और लोक कलाकार हैं जो निरंतर लोक मंच के माध्यम से छत्तीसगढ़ की लोक गाथा, लोक गीत जैसे सुवा, करमा, ददरिया, पंथी, भोजली, जंवारा जैसे अनेकों लोक गीतों के माध्यम से प्रस्तुत कर झलक दिखाते हैं।

 यह चर्चा एक विशेष मुलाकात में हुआ जब राजनांदगांव के कला साधक, लोक सांस्कृतिक संस्था धरती के सिंगार की पूरी टीम जब केशकाल विधायक निवास के करीब से गुजर रहे थे तब मुलाकात हुई तो श्री नेताम जी सभी लोक कलाकारों का पुष्प हार से स्वागत सम्मान करते हुए, बधाई संदेश देते हुए भूरी भूरी प्रसंशा किए, साथ ही छत्तीसगढ़ के लोक कला जगत के बारे में विशेष बातचीत धरती के सिंगार के व्यवस्थापक डॉक्टर रोशन साहू एवं मंच संचालक खिलेश निर्मलकर व पूरे टीम के साथ कर हुई।  लोक कलाकारों से मुलाकात के दौरान चर्चा के साथ परिचय हुआ जहां महेश्वर दास साहू द्वारा संचालित धरती के सिंगार भोथीपार कला राजनांदगांव जो निरंतर 32 वर्षों से छत्तीसगढ़ के साथ साथ मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा प्रगति मैदान दिल्ली व बैगलुरु में धरती के सिंगार लोक कला की प्रस्तुति देते आए हैं व आगामी प्रस्तुति के बारे में भी जानकारी डॉक्टर रोशन साहू बताए। विधायक, संसदीय सचिव संतराम नेताम ( केशकाल ) ने आखरी में बधाई देते लोककलाकारों बधाई देते उज्वल भविष्य की शुभकामना दिए।