,, मांस मदिरा एवं प्याज लहसुन खाने वाले के द्वारा रुद्राक्ष धारण करने का कोई फल नहीं , , संत रामबालक दास जी

,, मांस मदिरा एवं प्याज लहसुन खाने वाले के द्वारा रुद्राक्ष धारण करने का कोई फल नहीं , , संत रामबालक दास जी


श्री पाटेश्वर धाम में एक महीने की शिवपुराण कथा एवम भागवत कथा का पांचवां दिन

,, मांस मदिरा एवं प्याज लहसुन खाने वाले के द्वारा रुद्राक्ष धारण करने का कोई फल नहीं , , संत रामबालक दास जी

,, 19 जुलाई से लेकर 16 अगस्त तक श्री पाटेश्वरधाम में आयोजित एक महीने की शिवपुराण कथा में त्रिपुंड धारण एवं रुद्राक्ष की महिमा बताते हुए छत्तीसगढ़ के प्रखर संत राम बालक दास जी ने आज कथा के पांचवे दिवस में बताया कि श्री सूत जी महाराज शिवपुराण के प्रथम संहिता में कहते हैं की शिव पूजा में जो व्यक्ति मस्तक पर तिलक सिर में सीखा और गले में रुद्राक्ष की माला धारण नहीं करता उसे शिव पूजा का कोई फल प्राप्त नहीं होता रुद्राक्ष की महिमा बताते हुए संत श्री ने कहा कि कलयुग में इसका विशेष प्रभाव है प्याज लहसुन के उपयोग करने पर समय-समय पर कई प्रश्न उठते हैं शिवपुराण की कथा के अंतर्गत आज संत श्री ने बताया कि रुद्राक्ष धारण की अद्भुत महिमा है लेकिन शिव पुराण में कहा गया है कि जो व्यक्ति मांस मदिरा प्याज लहसुन का सेवन करता है उसके द्वारा रुद्राक्ष धारण करना व्यर्थ हो जाता है यह हमारी पुराणों का आदेश है ऐसा मानकर इसका पालन  करना चाहिए वही आज सुबह 9:00 से 10:00 के ऑनलाइन सत्संग में हजारों भक्तों ने घर बैठे श्रीमद् भागवत कथा का भी श्रवण किया संत राम बालक दास जी ने आज भागवत कथा में बताया कि ,, जो भगवान की आज्ञा माने वही भगवान का प्रेमी हो सकता है जो केवल भगवान को माने वह नहीं ,इन सभी कार्यक्रम को पाटेश्वर धाम  के यूट्यूब चैनल Rambalakdasपर आप रोज शाम 6:00 से रात्रि 8:00 तके श्रवण कर सकते हैं

           ,, ज्ञात हो कि पुरुषोत्तम माह के अवसर पर बालोद जिला के प्रसिद्ध तीर्थ श्री पटेश्वरधाम में अभी एक महीने का अनुष्ठान चल रहा है जिसके अंतर्गत सुबह 6 बजे से महारुद्राभिषेक , 9 बजे से 10 बजे ऑनलाइन भागवत कथा का प्रसारण , सुबह 11 बजे से 1 बजे तक रामचरित मानस पाठ एवम शाम 3 बजे से 6 बजे तक शिवमहापुराण की कथा हो रही है कथा का वाचन स्वयं श्री राम बालक दास जी कर रहे है

रिपोर्ट // नरेन्द्र विश्वकर्मा