लॉकडॉउन में लोगों के सहयोग के लिए सरगुजा के युवा ने छोटे स्तर पर शुरू किया था ई-सर्विस देना, आज 55 से अधिक युवाओं को दे रहे पार्ट टाईम जॉब

लॉकडॉउन में लोगों के सहयोग के लिए सरगुजा के युवा ने छोटे स्तर पर शुरू किया था ई-सर्विस देना, आज 55 से अधिक युवाओं को दे रहे पार्ट टाईम जॉब
लॉकडॉउन में लोगों के सहयोग के लिए सरगुजा के युवा ने छोटे स्तर पर शुरू किया था ई-सर्विस देना, आज 55 से अधिक युवाओं को दे रहे पार्ट टाईम जॉब

लॉकडॉउन में लोगों के सहयोग के लिए सरगुजा के युवा ने छोटे स्तर पर शुरू किया था ई-सर्विस देना, आज 55 से अधिक युवाओं को दे रहे पार्ट टाईम जॉब...

सरगुजा। पूरे देश में कोरोना महामारी के कारण लॉकडॉउन लगने के कारण स्कूल, कॉलेज और कार्यालय सभी अचानक से बंद हो गए थे ऐसे में कई युवा जो किसी दुकान या दैनिक रोजगार पर निर्भर थे उनके सामने रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए आय की एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई। इसी समस्या को देखते हुए एक इंजीनियरिंग के छात्र ने लोगों को जानकारी के साथ रोजगार देने के लिए समाचार पोर्टल की शुरुआत की जिसके माध्यम से आज 9 महीनों में 55 से अधिक युवाओं को पार्ट टाईम जॉब उपलब्ध कराया जा रहा है। *ये था आइडिया:* कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया और विशेष कर भारत में जहाँ ज्यादातर लोग दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर रहते हैं वहाँ लॉकडॉउन के कारण छोटी छोटी जरूरतें पूरी करना भी बहुत बड़ी समस्या बन गई थी, युवाओं को विभिन्न ऑनलाइन कार्यों की जानकारी दे कर उनसे अन्य लोगों को सेवाएं देने को कहा गया जिसके बदले उस कार्य की एक छोटी राशी उन्हें दी जाने लगी। ऐसे में युवा वर्ग जो ज्यादातर सोशल मीडिया का उपयोग करते हैं उनके सहयोग से कुछ ऐसा कार्य करने का ठाना जिससे लोगों को आय और कोरोना काल में जानकारी दोनों मिले। इस उद्देश्य को ले कर एक राज्य स्तरीय न्यूज़ वेब पोर्टल के तर्ज पर सीएनबी लाईव डॉट कॉम नामक एक वेबसाइट से युवाओं को जोड़ते हुए उन्हें आय प्राप्त करनें के कई तरीके भी सिखानें लगे जिससे लोगों को अपने दैनिक जीवन के खर्च निकलने के लिए आय प्राप्त होने लगी।

छोटी राशी मिलने के बाद भी संतुष्ट हैं युवा:

इन कार्यों के बदले युवाओं को एक छोटी राशी ही कमीशन के तौर पर दी जाने लगी परन्तु इसके बाद भी लोग संतुष्ट हैं, लोगों का कहना है की लॉकडॉउन के दौरान उनके सामने आय की एक बड़ी समस्या उत्पन्न हो गई थी ऐसे में उन्हें जानकरी साझा करने के बदले यदि छोटी राशी भी मिल रही तो काफ़ी अहम् बात है। इन युवाओं को लोगों तक ऑनलाइन कार्यों की जानकारी पहुंचानी होती थी इनमें विज्ञापन, पैन कार्ड, जीवन बीमा, इंस्युरेन्स, ऑनलाइन फॉर्म भरना, ऑनलाइन कोचिंग देना, मजदूरी के लिए लोग उपलब्ध कराना, लोगों के सवालों की जानकारी देना तथा ऐसे ही कई अहम मध्यस्थता का कार्य करना पड़ता था जिसके बदले इन्हें एक कार्य के बदले 50 से 500 रु तक दिये जाते हैं।

*एक इंजीनियरिंग के छात्र ने की शुरुआत:*

इस तरह लोगों को छोटे छोटे कार्यों के माध्यम से आय प्राप्त कराने का आईडिया कोरिया जिले के पटना ग्राम पंचायत में रहने वाले 22 वर्षीय अविनाश यादव का है, अविनाश यादव की प्रारंभिक शिक्षा कोरिया जिले में ही संपन्न हुई है बारहवीं बोर्ड एग्जाम में उन्होंने अपने क्षेत्र के 4 स्कूलों में टॉप किया था जिसके पश्चात उच्च शिक्षा उन्होंने सरगुजा के विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग कॉलेज लखनपुर/अंबिकापुर में संपन्न की हालही में उन्होंने अपनी बी.टेक (सिविल इंजीनियरिंग) की पढ़ाई पूरी की है। अविनाश यादव के इस छोटे से मगर कारगर आईडिया से आज 40 से अधिक युवाओं को पार्ट टाईम जॉब मिल रहा है लोग अपनें जरूरत तथा प्रतिभा के हिसाब से कार्य करते हैं और कमीशन के तौर पर प्राप्त राशी ले जाते हैं। *भविष्य में अधिक आय के लिए कर रहे प्रयास: अविनाश यादव ने अपने आगामी कार्यों के बारे में जानकारी देते हुए बताया की आने वाले समय में वे और उनकी टीम मील कर बड़े आय के स्त्रोतों पर कार्य कार्य कर रहे, इसके लिए उनकी टीम कई क्षेत्रों में रिसर्च कर रहे हैं जिसके पश्चात वे आगे के कार्य करेंगे। आने वाले नववर्ष 2021 में सकारात्मक सोंच के साथ नये प्रोजेक्ट पर कार्य आरंभ किये जायेंगे जिसके पश्चात युवाओं एवं जरूरतमंदो को अधिक आय प्रदान कराया जा सकेगा। *समाजसेवा में भी है दिलचस्पी:* लॉकडाउन के बीच समाज सेवा में भी अविनाश और उनकी टीम ने कई कार्य किये, लोगों के बीच डिजिटली जागरूकता पहुँचाने, विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन, क्विज, चित्रकला प्रतियोगिता, मास्क वितरण जैसे कई अहम कार्य भी इनके द्वारा किये गए हैं जिससे समाज में कोरोना के खिलाफ जंग में सहयोग हो सका है। एक स्थानीय एनजीओ के माध्यम से अविनाश और उनके टीम ने कई जरूरतमंदो को खाने, मास्क तथा अन्य आवश्यक सामग्रियों का वितरण भी किया है।

आर के देवांगन

मो-9302694826 7089094826