*इंसान ही नहीं, जो पशु-पक्षियों के भी दुःख समझे वही सच्चा जनप्रतिनिधि, एयरपोर्ट पर विधायक कुंवर रमली पक्षी को देख दाना खिलाने लगे*

*इंसान ही नहीं, जो पशु-पक्षियों के भी दुःख समझे वही सच्चा जनप्रतिनिधि, एयरपोर्ट पर विधायक कुंवर रमली पक्षी को देख दाना खिलाने लगे*
*इंसान ही नहीं, जो पशु-पक्षियों के भी दुःख समझे वही सच्चा जनप्रतिनिधि, एयरपोर्ट पर विधायक कुंवर रमली पक्षी को देख दाना खिलाने लगे*
*इंसान ही नहीं, जो पशु-पक्षियों के भी दुःख समझे वही सच्चा जनप्रतिनिधि, एयरपोर्ट पर विधायक कुंवर रमली पक्षी को देख दाना खिलाने लगे*
*इंसान ही नहीं, जो पशु-पक्षियों के भी दुःख समझे वही सच्चा जनप्रतिनिधि, एयरपोर्ट पर विधायक कुंवर रमली पक्षी को देख दाना खिलाने लगे*
*इंसान ही नहीं, जो पशु-पक्षियों के भी दुःख समझे वही सच्चा जनप्रतिनिधि, एयरपोर्ट पर विधायक कुंवर रमली पक्षी को देख दाना खिलाने लगे*

*इंसान ही नहीं, जो पशु-पक्षियों के भी दुःख समझे वही सच्चा जनप्रतिनिधि, एयरपोर्ट पर विधायक कुंवर रमली पक्षी को देख दाना खिलाने लगे*

 सच्चा इंसान वही है जो पशु-पक्षियों का दुख-दर्द समझ सके। ऐसे ही छत्तीसगढ़ के विधायक हैं कुंवर सिंह निषाद। जिनकी लोकप्रियता की कई कहानियां है। जो समय-समय पर स्थानीय लोग सुनाते रहते हैं। स्थानीय मीडिया की मानें तो कुंवर एक ऐसे विधायक हैं जो सीधे जनता से जुड़े हुए हैं। हर दम कोशिश करते हैं कि क्षेत्र के लोगों के सुख-दुख में शामिल हो सके। यही वजह है कि विधायक बनने के बाद भी लोग उन्हें भईया कहकर ही संबोधित करते हैं। गुंडरदेही क्षेत्र में कोई समस्या में हो तो बेझिझक आधी रात को फोन लगाते हैं। एक बार तो अर्जुन्दा में बिजली गुल हो गई। लोग बिजली वालों को कोसते रहे। ऐसे में कुंवर स्वयं रात 1 बजे बिजली कर्मियों की मदद करने बिजली सब स्टेशन पहुंच गए।

 *दिल्ली के एयरपोर्ट में मिली रमली पक्षी*

 दिल्ली से लौटने के दौरान जब वह एयरपोर्ट पहुंचे तो रमली पक्षी को देख कर काफी प्रसन्न हुए। दाना मंगवाया और एयरपोर्ट में ही खिलाने लगे। पहले तो लोगों ने सफर कर रहे कोई साधारण व्यक्ति समझा। लेकिन बाद में पता चला कि वह छत्तीसगढ़ के संसदीय सचिव हैं तो सभी चौंक गए।

 *लोकप्रियता में सबसे आगे*

 कुंवर सिंह साधारण परिवार से आते हैं। यही वजह है कि हर वर्ग के दुख दर्द को काफी नजदीकी से समझते हैं। कांग्रेस में रहते हुए लंबे संघर्ष के बाद संगठन ने उनकी सेवाभाव को देखते हुए बड़ी जिम्मेदारी दी। लेकिन जनता के बीच उनकी इतनी अच्छी छवि थी कि पूरे छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक वोटों से जितने वालों में नाम हमेशा के लिए दर्ज हो गया।

  *मुख्यमंत्री के सबसे विश्वासपात्र*

 कुंवर भले ही विनम्र स्वभाव के हों। लेकिन सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रशासन कोताही करे या जनता की शिकायत मीले तो तत्काल फोन लगा कर डांट फटकार लगाने में कमी नहीं करते। निर्णय क्षमता तेज होने की वजह से आज प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल और सभी विधायकों के लाडले हैं। यह बात मुख्यमंत्री कई मंचों से उनका नाम लेकर साबित भी करते रहे हैं।