CG: राशन कार्ड को लेकर जरुरी खबर, मुख्यमंत्री साय ने कलेक्टरों को दिए ये निर्देश....

संपादक आर के देवांगन

CG: राशन कार्ड को लेकर जरुरी खबर, मुख्यमंत्री साय ने कलेक्टरों को दिए ये निर्देश....
CG: राशन कार्ड को लेकर जरुरी खबर, मुख्यमंत्री साय ने कलेक्टरों को दिए ये निर्देश....

रायपुर :-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में दो दिवसीय कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में खाद्य विभाग के कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने राशन कार्ड नवीनीकरण को लेकर कलेक्टरों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा की शत प्रतिशत पात्र हितग्राहियों का राशन कार्ड बने। समय पर राशन दुकान खुलें। ग्रामीणों को सुगमता के साथ राशन मिले। एफसीआई और नान में समय पर चावल जमा हो जाएं। 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नगरीय प्रशासन के विभाग के कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने जनसमस्या निवारण पखवाड़े में प्राप्त आवेदनों के शत प्रतिशत निराकरण के निर्देश दिए। शहरों में पीएम आवास में हुए बेहतर काम के लिए कलेक्टरों की सराहना हुई।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा की गरीब परिवारों को आवास दिलाना हमारा अहम लक्ष्य है। नगरीय निकायों के लिए केंद्रित स्वच्छता और पेयजल से जुड़ी योजनाओं का बेहतर क्रियान्वयन होना चाहिए। अमृत मिशन 2.0 योजना समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। 

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में दो दिवसीय कलेक्टर कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा कि बीते 9 महीने में यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी के अनुरूप प्रदेश को संवारने की दिशा में प्रयास किया गया है, किन्तु विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार करने के लिए हम सबको और अधिक कठिन परिश्रम करना होगा। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि शासन की योजनाएं पूरी पारदर्शिता के साथ क्रियान्वित की जाए और इसका लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी फ्लैगशिप योजनाओं में सैचुरेशन के लक्ष्य को ध्यान में रखकर कार्य करें। उन्होंने कुछ जिलों में आम जनता और स्कूली छात्रों से शासकीय अधिकारियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार पर सख्त नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अधिकारी पूरी संवेदनशीलता और सहृदयता के साथ आम जनता की समस्याओं को सुने और उसका यथासंभव शीघ्र निराकरण करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों-कर्मचारियों की भाषा-शैली मर्यादित होनी चाहिए। उन्होंने कलेक्टरों को जनसामान्य से संयमित लहजे में बातचीत करने की हिदायत दी और कहा कि यदि आपके अधीनस्थ अधिकारी भाषा संयम न रखें, तो उन पर तत्काल सख्त कार्यवाही करें।