ग्राम परसतराई में हुवा श्री रामकथा का हुआ समापन

ग्राम परसतराई में  हुवा श्री रामकथा का हुआ समापन
ग्राम परसतराई में  हुवा श्री रामकथा का हुआ समापन
ग्राम परसतराई में  हुवा श्री रामकथा का हुआ समापन
ग्राम परसतराई में  हुवा श्री रामकथा का हुआ समापन
ग्राम परसतराई में  हुवा श्री रामकथा का हुआ समापन

ग्राम परसतराई में हुवा श्री रामकथा का हुआ समापन

अर्जुन्दा ग्राम परसतराई में एक सेवा ऐसा भी जिसमे सर्व समाज को संस्कारवान बनाने का उद्देश्य हो, एक पहल ऐसा ही श्री राम सेवा-संस्कार सेवा समिति(अचानक समिति) परसतराई की युवाओ की जो समाज मे सात दिवसीय रामचरित कथा का आयोजन कर श्री रामचरित मानस के नायक श्रीराम है जिनको एक मर्यादा पुरोषोत्तम के रूप में दर्शाया गया है जोकि अखिल ब्रह्माण्ड के स्वामी श्रीहरि नारायण भगवान के अवतार है, कथावाचक पूज्य डॉ दिग्विजय शर्मा &*यज्ञाचार्य पं लष्मीकांत शर्मा संस्कृतवार्य ने श्री राम को एक आदर्श चरित्र मानव के रूप में दिखाया गया है। जो सम्पूर्ण मानव समाज ये सिखाता है जीवन को किस प्रकार जिया जाय भले ही उसमे कितने भी विघ्न हों तुलसी के प्रभु राम सर्वशक्तिमान होते हुए भी मर्यादा पुरुषोत्तम हैं। राम कथा 17 मार्च से 23 मार्च हुवा जिसमे कलश यात्रा, कथा प्रारंभ,सत्ती प्रसंग ,शिवा विवाह,मनु सतरूपा संवाद,राम जन्म,बाल चरित्र,विश्वामित्र आगमन श्री राम जानकी विवाह, राम वनवास चरित्र,भरत चरित्र,राम राज्याभिषेक कथा सुनाया गया साथ ही अंतिम में हवन हुवा साथ ही महाराज जी सामाजिक जागरूकता करते हुवे जींवन में कुछ समय समाज सेवा करे स्वच्छता अभियान,पौधा रोपण,पशु पक्षी संरक्षण, युवाओं को संस्कृति, संस्कार व सीमाओं में रहने कहा ,जल संरक्षण पर शपथ दिलाया वर्तमान में युवाओं असमाजिक संस्कृति,संस्कार भूल रहे हैं वही युवा क्रिकेट मैच व मनोरंजन डांस पतियोगिता करवाते है वही एक युवा समिति धर्म संस्कृति संस्कार को संरक्षित करते हुवे 4 साल से भागवत करवाते है