गोधन न्याय योजना अंतर्गत ग्राम गोरकापार गौठान के गोबर विक्रेता, कृषक एवं महिला समूह गोबर बेचकर हो रहे आत्मनिर्भर

गोधन न्याय योजना अंतर्गत ग्राम गोरकापार गौठान के गोबर विक्रेता, कृषक एवं महिला समूह गोबर बेचकर हो रहे आत्मनिर्भर
गोधन न्याय योजना अंतर्गत ग्राम गोरकापार गौठान के गोबर विक्रेता, कृषक एवं महिला समूह गोबर बेचकर हो रहे आत्मनिर्भर

 

गोधन न्याय योजना अंतर्गत ग्राम गोरकापार गौठान के गोबर विक्रेता, कृषक एवं महिला समूह गोबर बेचकर हो रहे आत्मनिर्भर

बालोद ,:-  23 मई 2023 गोधन न्याय योजना अंतर्गत ग्राम गोरकापार गौठान से गोबर विक्रेता कृषक एवं महिला समूह गोबर बेचकर हो रहंे आत्मनिर्भर।

गोबर विक्रेता अर्जित लाभांश से संतुष्ट है। साथ ही ग्रामवासी भी संतुष्ट है। ग्राम गोरकापार के सामुदायिक पशु आश्रय स्थल का कुल रकबा 03 एकड़ है एवं चारागाह उद्यान का कुल रकबा 05 एकड़ है। जिसमें फलदार वृक्ष एवं मौसमी चारा लगाया जाता है।

  उक्त स्थल पर ग्राम सुखरी की समहित महिला स्वसहायता समूह के द्वारा गोबर खरीदी का कार्य किया जाता है।

  महिला समुह द्वारा अब तक 01 लाख 47 हजार 312 किलोग्राम गोबर खरीदी की गई जिसके एवज में 40 हजार 740 किलोग्राम वर्मी खाद उत्पादन कर विक्रय हेतु सेवा सहकारी समिती गोरकापार को दिया गया है, जिसका लाभांश महिला समुह को 78 हजार 578 रु. प्राप्त हो चुका है। अर्जित लाभांश का समूह की महिलाओं द्वारा अपने घरेलू आवश्यक सामग्री खरीदी कर आर्थिक जरूरत पूरी करने में मदद भी मिल रहा है। जिससे महिला समुह खुश होकर कार्य कर रही हंै। सामुदायिक पशु आश्रय स्थल ग्राम गोरकापार में कुल 27 पशुपालक है। जिनके द्वारा माह भर में प्रत्येक खरीदी दिवस पर अपने पशुधन द्वारा प्राप्त गोबर का विक्रय महिला समुह को किया जाता है। जिससे गोबर विक्रय के 15 दिवस अंतराल में पशुपालकों के खाते में राशि अंतरित हो जाता है। साथ ही सामुदायिक पशु आश्रय स्थल में पशुओ के लिए चारा हेतु 175 क्विंटल पैरा उपलब्ध है। पशुओं के लिए पीने हेतु पर्याप्त मात्रा में जल एवं छाया उपलब्ध है। उल्लेखनीय है कि ग्रीष्मकाल में पशु खुले स्थानों में चराई करते है। वर्षाकाल में लावारिस पशुओं का एवं अन्य गौवंश पशुओं का अस्थायी आश्रय स्थल के रुप में प्रयोग किया जाता है।

रिपोर्ट खास :- अरुण उपाध्याय बालोद मो नम्बर :- 94255 72406