डौंडी लोहारा नगर मुख्यालय में विगत चार वर्षों से संचालित हो रहे गरबा नृत्य में दीगर प्रदेशो का आनंद,,, आयोजनकर्ता में महिला समूह की सदस्य ने  पार्षद माया ठाकुर बताया

डौंडी लोहारा नगर मुख्यालय में विगत चार वर्षों से संचालित हो रहे गरबा नृत्य में दीगर प्रदेशो का आनंद,,, आयोजनकर्ता में महिला समूह की सदस्य ने  पार्षद माया ठाकुर बताया
डौंडी लोहारा नगर मुख्यालय में विगत चार वर्षों से संचालित हो रहे गरबा नृत्य में दीगर प्रदेशो का आनंद,,, आयोजनकर्ता में महिला समूह की सदस्य ने  पार्षद माया ठाकुर बताया

 

डौंडी लोहारा नगर मुख्यालय में विगत चार वर्षों से संचालित हो रहे गरबा नृत्य में दीगर प्रदेशो का आनंद,,, आयोजनकर्ता में महिला समूह की सदस्य ने  पार्षद माया ठाकुर बताया

डौंडी लोहारा :- नगर मुख्यालय में विगत चार वर्षों से संचालित हो रहे गरबा नृत्य के आयोजन से नगर तथा ग्रामीण अंचल के लोगो को नवरात्रि पर्व के अवसर पर गुजरात प्रदेश तथा राजस्थान प्रदेश के गरबा का आनंद होने लगता है।स्थानीय गरबा ग्रुप के सभी महिला सदस्यगण कल 28 सितंबर से पुराना जनपद पंचायत परिसर में होने वाले गरबा कार्यक्रम की तैयारी में पूरी सक्रियता से लगे हुए है। इस वर्ष पुणः गरबा के आयोजन से नगर तथा अंचल की महिलाओं को इस आयोजन में भाग लेने तथा इसका आनंद उठाने का अवसर मिलेगा। कल 28 सितम्बर से प्रारंभ हो रहे गरबा कार्यक्रम के संबंध में आयोजन समिति की सदस्यों ने विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए गरबा ग्रुप के सदस्य माया ठाकुर, हर्षा देवांगन और आरती संचेती ने बताया कि "गरबा व डांडिया को लेकर नगर के लोगो को नवरात्रि पर्व के अवसर पर आयोजनों की कमी महसूस होती थी। लेकिन विगत चार वर्षों से नगर की महिलाओं ने गरबा ग्रुप का गठन कर गुजरात व राजस्थान की इस खूबी को अब महिला गरबा ग्रुप ने दूर किया है। ताकि डौंडी लोहारा नगर में भी अन्य शहरो की तरह बच्चे, लड़कियां, महिलाये गरबा का आनद ले सके और उसमें भाग ले सके। उल्लेखनीय है कि गरबा आयोजन समिति द्वारा यह कार्यक्रम बिल्कुल निशुल्क आयोजित किया जाता है इस कारण से नगर की महिलाओं में और आसपास के गांवों में भी इस गरबा आओजन के लिए खासा उत्साह रहता है। गरबा ग्रुप की कोरियोग्राफर राशि देवांगन ने बताया कि "महिलाएं चाहे कामकाजी हों या फिर नौकरी शुदा इन दिनों डांडिया व गरबा के अभ्यास करने आ रहे हैँ,लोगों को गुजरात का प्रसिद्ध डांडिया बहुत पसंद आता है लेकिन किसी को करने नहीं आता ऐसे में गुजराती संस्कृति की तरफ आकर्षित महिलाओं को नवरात्रि के दिनों में गरबा करने की चाह होती थी।, और अब सभी अच्छी तरह से कर पा रहे हैं" गरबा ग्रुप के सदस्य , विद्या गौर,ममता गौर तथा रंजना ठाकुर ने बताया कि यहां पर प्रशिक्षक भी उपलब्ध नहीं होते थे लेकिन अब धीरे धीरे मिश्रित संस्कृति को जीने वाले इस शहर में भी बाहर से प्रशिक्षक आने लगे। जिसका लाभ नगर तथा अंचल के लोगो को मिल रहा है। गरबा ग्रुप के सदस्य,ममता साहसी,जूली भंसाली , नीता भंसाली और सोनम भंसाली ने बताया कि डांडिया व गरबा ऐसी विधा है जिसमें केवल नृत्य के बारे में जानकारी होना ही काफी नहीं होता बल्कि उसमें भावनात्मक रूप से जुड़ना पड़ता है। उस संस्कृति को समझना पड़ता है जहां से यह नृत्य आया है।धीरे -धीरे यहाँ के लोगो को भी गरबा कार्यक्रम पसंद आने लगा है। रेनूकिरण निषाद, बिंदु देशमुख,शीतल कुलदीप तथा माधुरी निषाद ने बताया किअसल में यह दुर्गा माता की पूजा के लिए आयोजित होता है और फिर उसी लय पर गाने बजते हैं। फिल्मी संगीत को भी गरबा अथवा डांडिया मिक्स बनाया जाता है। गरबा कार्यक्रम के आयोजन के दौरान अनेक तरह की विधाओं को सम्मिलित कर लोगो को नयापन देने का प्रयास गरबा ग्रुप द्वारा किया जा रहा है।

रिपोर्ट :- अरुण उपाध्याय बालोद