*क्षेत्रीय युवाओं को आईटीबीपी ने दिया देश-विदेश घूमने का अवसर*
*आइटीबीपी में क्षेत्रीय युवाओं को दिया आगे बढ़ने का अवसर*
*विकास की राह में क्षेत्रीय युवाओं के साथ आईटीबीपी*
मोहला/औंधी
वामपंथ उग्रवाद से मुकाबला करने के लिए तैनात 27वीं बटालियन भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने आज वामपंथ उग्रवाद प्रभावित मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी के सुदूर गाँवों के 20 जनजातीय युवाओं (10 युवक और 10 युवतियाँ) को एक शैक्षिक भ्रमण के लिए मानपुर से मुंबई के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) के प्रतिनिधि और बल के जवान भी उपस्थित थे।
17वाँ आदिवासी युवा विनिमय कार्यक्रम
यह दल 17वें आदिवासी युवा विनिमय कार्यक्रम सह शैक्षिक एवं जागरूकता भ्रमण कार्यक्रम के तहत रवाना हुआ है। इस कार्यक्रम का आयोजन क्षेत्रीय मुख्यालय आईटीबीपी राजनांदगाँव के सहयोग से एवं नेहरू युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस), राजनंदगाँव के तत्वावधान में किया जा रहा है। कार्यक्रम के दूसरे चरण में, यह दल 10 दिनों का भ्रमण (राजनंदगाँव से मुंबई तक यात्रा) पूर्ण कर 03 नवम्बर को वापस मानपुर लौटेगा।
भ्रमण दल में जिले के घोटिया, मदनवाड़ा, मूचर, सीतागाँव, भावसा, करमारी, कहेगांव, तुमड़ीकसा, बसेली, कोहका, संबलपुर तथा करियागोदी आदि गाँवों के युवा शामिल हैं। इस भ्रमण के लिए युवाओं में भारी उत्साह देखा गया और उन्होंने इस अवसर के लिए आईटीबीपी के प्रति आभार व्यक्त किया।
अब तक 311 युवाओं को भेजा गया भ्रमण पर
आईटीबीपी, मोहला मानपुर क्षेत्र में आदिवासी युवाओं को राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ने और उन्हें देश की विविधता और विकास से परिचित कराने हेतु निरंतर प्रयास कर रही है। वर्ष 2022-2023 से वर्तमान तक, 14वें, 15वें एवं 16वें आदिवासी युवा विनिमय कार्यक्रम सह शैक्षिक एवं जागरूकता भ्रमण कार्यक्रम के तहत 27वीं एवं 44वीं बटालियन आईटीबीपी द्वारा मोहला मानपुर के सुदूरवर्ती गांवों से कुल 311 युवाओं (155 युवकों एवं 156 युवतियों) को देश के विभिन्न पर्यटक स्थलों, औद्योगिक नगरों एवं महानगरों का सफलतापूर्वक शैक्षणिक भ्रमण करवाया गया है।
छत्तीसगढ़ के दूत
विवेक कुमार पाण्डेय, सेनानी 27वीं वाहिनी आईटीबीपी ने मानपुर से इस दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि मुंबई जैसे बड़े शहरों में अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित वृहत आयोजनों का उद्देश्य विविधता में एकता को दर्शाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह प्रोत्साहन भ्रमण इलाक़े की युवा पीढ़ी को भविष्य के लिए प्रेरणा प्रदान करेगा। कमांडेंट ने दल में शामिल सभी युवाओं को “छत्तीसगढ़ के दूत” के रूप में राज्य का प्रतिनिधित्व करने की बात कही, जो ज़िले के लिए गौरव का विषय है। उन्होंने यह भी बताया कि इस वित्तीय वर्ष में ऐसे कुल आठ दलों को भ्रमण करवाए जाने का प्रस्ताव है।
विकास और जनजागरूकता में आईटीबीपी का योगदान
देश के 11 वामपन्थ उग्रवाद से प्रभावित ज़िलों में शामिल मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी के दूरस्थ गाँवों से इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से स्थानीय आदिवासी युवाओं को देश के अन्य हिस्सों की संस्कृतियों, लोकाचार और विकास के पहलुओं की जानकारी दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। आईटीबीपी क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ स्थानीय आधारभूत संरचनाओं-सड़क, पुल, भवनों, मोबाइल नेटवर्क आदि के निर्माण को सुरक्षा दे रही है, जिससे क्षेत्र में विकास और अर्थव्यवस्था को गति मिली है।

बल द्वारा आमजनों के साथ जुड़ने के कार्यक्रमों में जन भागीदारी के साथ कई प्रकार के विशिष्ट कार्यक्रम, सरकारी फ़्लैगशिप योजनाओं का आयोजन किया जा रहा है। बल ने स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता, पौधारोपण आदि के क्षेत्र में भी जागरूकता हेतु कई प्रयास किए हैं। हाल ही में बल द्वारा प्रशिक्षित 10 स्थानीय युवाओं का चयन एसएससी कांस्टेबल एवं छत्तीसगढ़ पुलिस कांस्टेबल प्रतियोगी परीक्षा में अंतिम चरण के लिए हो गया है, जिसकी स्थानीय जन-सामान्य द्वारा प्रशंसा की गई है।