युवक से थाने में हुई पिटाई मामले पर एक आरक्षक को किया लाइन अटैच जिससे आहत होकर मानसिक पीड़ित आरक्षक पहोचा स्थानीय विधायक के पास लगाई न्याय की गुहार क्या है पूरा वाक्या

युवक से थाने में हुई पिटाई मामले पर एक आरक्षक को किया लाइन अटैच जिससे आहत होकर मानसिक पीड़ित आरक्षक पहोचा स्थानीय विधायक के पास लगाई न्याय की गुहार क्या है पूरा वाक्या
युवक से थाने में हुई पिटाई मामले पर एक आरक्षक को किया लाइन अटैच जिससे आहत होकर मानसिक पीड़ित आरक्षक पहोचा स्थानीय विधायक के पास लगाई न्याय की गुहार क्या है पूरा वाक्या

 

युवक से थाने में हुई पिटाई मामले पर एक आरक्षक को किया लाइन अटैच जिससे आहत होकर मानसिक पीड़ित आरक्षक पहोचा स्थानीय विधायक के पास लगाई न्याय की गुहार क्या है पूरा वाक्या

बालोद :- बालोद कोतवाली की पुलिस पर रातभर 4 युवकों को थाने में बेरहमी से पिटाई करने के आरोप लगे हैं। जानकारी के मुताबिक, 26-27 अगस्त की दरम्यानी रात शराब पीकर घूम रहे इन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। युवकों के प्राइवेट पार्ट पर भी मारे जाने के निशान हैं। कमर के नीचे का पूरा हिस्सा नीला पड़ा हुआ है। मामला बालोद थाना क्षेत्र का है, जहां चारों युवकों के खिलाफ धारा 151 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है।

वही हीरापुर के युवक के साथ मारपीट करने के मामले पर आरक्षक चूलेंद्र कुर्रे को रक्षित केंद्र में स्थानांतरण करने पर स्थानीय विधायक के दरबार मे पहुँचकर न्याय की गुहार लगाई हैं।

आरक्षक ने उचित जांच कर न्याय दिलाने की मांग को लेकर प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू व पुलिस अधीक्षक जितेंद कुमार यादव को पत्र प्रेषित किया है। आरक्षक चुलेन्द्र कुर्रे द्वारा सौपे गए पत्र में बताया की 26 अगस्त की रात्रि में लगभग एक बजे पेट्रोलिंग पार्टी के द्वारा कुछ व्यक्तियों को सरयू प्रसाद स्टेडियम गंजपारा बालोद से संदिग्ध घूमते हुए पाए जाने पर थाना बालोद लाया गया था जिसे पूछताछ कर थाना बालोद के द्वारा 151 की कार्यवाही किया गया था। जिसके पश्चात मुझे थाने के द्वारा फोन कर सूचना दिया गया की पांच लोगों का एस डी एम न्यायालय में 151 के तहत पेेेस करना है, जिसके लिए तीन आरक्षक चुलेन्द्र कुरे, गौतम नेताम और संतोष चन्द्राकर आप तीनों को जाना है, जिसके बाद 27 अगस्त दोपहर 3 बजे आरोपियों को पेश करने एस डी एम कार्यालय पहुचे तो वहां आरोपी के परिजन आये हुए थे और आरोपी परिजन को बताने लगे की हमारे साथ थाने में मार पीट किया गया है जिससे गुस्साए परिजनों के द्वारा मिडिया को फोन कर बुलाया गया. और जैसे ही मुझे इस बात की जानकारी लगी तो फोन पर मेरे द्वारा तत्काल थाना प्रभारी बालोद को अवगत कराया गया जब मिडिया वाले आए तो मेरे द्वारा मना किया गया। एस डी एम न्यायालय से आरोपियों को जेल वारंट मिलने के पश्चात मुलाएजा कराने जिला अस्पताल बालोद ले गए, जहां उसके पीछे परिजन और मिडिया वाले पहुंच गये। मना करने के बावजूद भी फोटो और वीडियो लेने लगे। जिसके बाद आरोपियों को डॉक्टरी मुलायजा करा कर जेल दाखिल कर दिया गया। थाना प्रभारी के द्वारा जो ड्यूटी लगाया गया था, हम तीनों आरक्षकों के द्वारा जिम्मेदारी पूर्वक हमने अपनी ड्यूटी निभाई है। शाम को लगभग सााढ़े 6 बजे मददगार के द्वारा फोन पर बताया गया कि तुम्हें मौखिक आदेश पर रक्षित केन्द्र बालोद भेजा जा रहा है, आ कर के अपना ड्यूटी सर्टिफिकेट ले जाओ। हम तीन आरक्षकों में से मुझे ही मौखिक आदेश पर रक्षित केन्द्र बालोद किया गया है। मेरी किसी भी प्रकार से कोई गलती नहीं होने पर भी मुझे रक्षित केन्द्र बालोद कर दिया गया, जिससे मैं मानसिक रूप से परेशान हूँ इसकी उचित जांच कर मुझे न्याय दिलाने की मांग की हैं।

रिपोर्ट :- सीजी न्यूज प्लस 24