- संभागायुक्त महादेव कावरे ने दुर्ग संभाग के अपर कलेक्टर्स और संभागीय अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक

- संभागायुक्त महादेव कावरे ने दुर्ग संभाग के अपर कलेक्टर्स और संभागीय अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक
- संभागायुक्त महादेव कावरे ने दुर्ग संभाग के अपर कलेक्टर्स और संभागीय अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक

 

शासन की प्रोत्साहन योजनाओं और अच्छी बारिश से इस बार बंपर फसल की उम्मीद, धान खरीदी की मुकम्मल व्यवस्था रखें और रबी फसल पर करें फोकस

- संभागायुक्त महादेव कावरे ने दुर्ग संभाग के अपर कलेक्टर्स और संभागीय अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक

- गिरदावरी की डाटा एंट्री बेहतर करने दिये निर्देश क्योंकि इसी आधार पर होगी धान खरीदी

- सड़कों के संधारण और ब्लैक स्पाट ठीक कराने के कार्य की निरंतर मानिटरिंग के दिये निर्देश

- भूअर्जन के मामलों में एवं क्षतिपूर्ति के प्रकरणों में तेजी से करें कार्रवाई - इस बार 112 प्रतिशत बारिश दुर्ग संभाग में दर्ज

- रेवेन्यू के समयसीमा से बाहर के लंबित प्रकरणों को शीघ्र निपटाने और इसके अब तक निराकृत नहीं होने के कारण भी दर्ज करने के दिये निर्देश

दुर्ग :- अभी संभाग में एक नवंबर से धान खरीदी होनी है। इसके लिए किसानों को समितियों में अच्छी व्यवस्था मिले, यह सुनिश्चित कर लें। इस बार बारिश काफी अच्छी हुई है।

संभाग में 112 प्रतिशत बारिश हुई है। अतएव बंपर फसल होगी। धान की खरीदी की बेहतरीन व्यवस्था कराना सुनिश्चित करें। यह निर्देश संभागायुक्त  महादेव कावरे ने अपर कलेक्टर्स एवं अन्य विभाग के संभागीय स्तर के अधिकारियों को दिये।

 कावरे ने कहा कि धान खरीदी में किसी तरह की दिक्कत न आये, इसके लिए गिरदावरी कराई जाती है। यह देख लें कि गिरदावरी की डाटा एंट्री बेहतर तरीके से हो सके।

इस मौके पर सभी जिलों के अपर कलेक्टर, उपायुक्त विकास श्री अजय मिश्रा, उपायुक्त राजस्व श्री अवधराम टंडन, अधीक्षण अभियंता पीडब्ल्यूडी श्री एचआर ध्रुव, संयुक्त संचालक कृषि श्री आरके राठौर, संयुक्त संचालक शिक्षा  पीके पांडे, सीएसपीडीसीएल कार्यपालक निदेशक श्री जांभुलकर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

रबी फसल के लिए बीज भंडारण, उपलब्धता, वितरण की व्यवस्था अच्छी हो- संभागायुक्त ने कहा कि शासन की मंशानुरूप दलहन और तिलहन के रकबे के तथा अन्य फसलों के विस्तार की दिशा में भी कार्य करें।

इसके लिए बीज और खाद के भंडारण, उपलब्धता और वितरण की स्थिति बढ़िया होनी चाहिए। बीज कम नहीं होने चाहिए और सभी बीज उपचारित होने चाहिए। फसल बीमा आदि के भुगतान आदि के प्रकरण भी लंबित नहीं होने चाहिए।

जिनके रिकार्ड्स उपलब्ध नहीं हैं उनके जाति प्रमाणपत्र से संबंधी प्रस्ताव ग्राम सभा में रखें- संभागायुक्त ने जातिप्रमाणपत्र निर्माण की प्रगति की जानकारी भी ली।

अधिकारियों ने बताया कि संभाग में पिछले डेढ़ सालों के दौरान दो लाख पांच हजार जाति प्रमाण पत्र बने हैं।

संभागायुक्त ने कहा कि शेष आवेदनों के निपटारे के लिए शिविर लगाएं। साथ ही उन्होंने कहा कि धरमजयगढ़ में गांवों में जाति प्रमाणपत्र के लिए अच्छा प्रयोग किया गया।

यहां कुछ लोगों के मिसल रिकार्ड नहीं थे। ऐसे में पंचायतों में ग्रामसभा बुलवाई गईं और ग्रामसभा ने इन पर विचार कर प्रस्ताव किया।

जिन मामलों में मिसल रिकार्ड नहीं मिल पा रहे, उनके प्रस्ताव पर ग्रामसभा विचार कर सकती है। हिंदी मीडियम के सैजेस में भी किसी से फीस न ली जाए- संभागायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने स्पष्ट निर्देश दिये हैं ।कि स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों की तरह ही हिंदी मीडियम से सैजेस स्कूलों में भी किसी तरह की फीस न ली जाए, इसका पूरी तरह से परिपालन करें।

यहां भर्ती प्रक्रिया शीघ्र पूरी कर लें, लैब-लाइब्रेरी जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर शानदार होने चाहिए। शिक्षा विभाग के संभाग स्तरीय अधिकारियों ने बताया कि अभी संभाग में अंग्रेजी माध्यम से 56 सैजेस और हिंदी माध्यम से 5 सैजेस हैं। पटवारी हल्कों की लगातार करें मानिटरिंग, लंबित मामले शीघ्र निपटाएं-

संभागायुक्त ने कहा कि लंबित मामले शीघ्र निपटाएं। पटवारी हल्कों की लगातार मानिटरिंग करते रहें। अर्थदंड की वसूली जो शेष है उसे पूरा कर लें। भूस्वामी हक देने की सरकार की योजनाओं के संबंध में लोगों को जागरूक करें। तहसीलों में कैश बुक अद्यतन रखने हैं। सर्कल नोट बुक अद्यतन रखें। दौरा दैनंदिनी का अप्रूवल कराते रहें। जो मामले समय सीमा से अधिक समय तक लंबित हैं उनमें विलंब का कारण स्पष्टतः लिखें। निर्धारित दर पर ही राशन दें,

सभी पीडीएस दुकानों में हो रेट लिस्ट- संभागायुक्त ने कहा कि इस बात की निरंतर मानिटरिंग होती रहे कि उचित मूल्य दुकानों में शासन द्वारा निर्धारित मूल्य पर ही सामग्री बिके। पारदर्शिता के लिए सभी पीडीएस दुकानों में रेट लिस्ट टंगी हो। अधिकारी इसकी निरंतर मानिटरिंग करते रहें। निगरानी समिति अलर्ट रहे।

कहीं कहीं यह देखा जाता है कि निगरानी समिति की बैठक नियमित रूप से नहीं होती, यह नहीं होना चाहिए। स्वावलंबी गौठान बनें और आजीविकामूलक गतिविधि बढ़े- संभागायुक्त ने सभी जिलों में स्वावलंबी गौठानों की जानकारी ली और यहां पर हो रही आजीविकामूलक गतिविधियों के बारे में जानकारी ली।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप गौठानों में स्थानीय जरूरतों के मुताबिक वस्तुओं का उत्पादन कर समूह की महिलाएं अच्छी आर्थिक आय अर्जित कर सकती हैं।

रिपोर्ट :- अरुण उपाध्याय बालोद