खोमेन्द्री चमन की मेहनत लाई रंग, जनपद सदस्य खोमेंद्री चमन शुरू से कॉलेज के लिए बनी थी मुखर आवाज, मंत्री एवं सीएम हाउस तक लगाती थी दौड़,

खोमेन्द्री चमन की मेहनत लाई रंग, जनपद सदस्य खोमेंद्री चमन शुरू से कॉलेज के लिए बनी थी मुखर आवाज, मंत्री एवं सीएम हाउस तक लगाती थी दौड़,
खोमेन्द्री चमन की मेहनत लाई रंग, जनपद सदस्य खोमेंद्री चमन शुरू से कॉलेज के लिए बनी थी मुखर आवाज, मंत्री एवं सीएम हाउस तक लगाती थी दौड़,

खोमेन्द्री चमन की मेहनत लाई रंग, जनपद सदस्य खोमेंद्री चमन शुरू से कॉलेज के लिए बनी थी मुखर आवाज, मंत्री एवं सीएम हाउस तक लगाती थी दौड़,

सीएम का खोमेन्द्री एवं क्षेत्रवासियों ने जताया आभार,

अंबागढ़ चौकी// चिल्हाटी में वर्षों से महाविद्यालय का मांग विभिन्न मंचों से किया जा रहा था। जिसका प्रतिफल चिल्हाटी क्षेत्र के युवाओं को मिल गया है, अवसर था चिल्हाटी में भेंट मुलाकात के दौरान का जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रमुखता से कॉलेज के मांग को स्वीकृति दिया था। अब दूरस्थ अंचलों में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री ने बजट के भाषण में कॉलेज घोषणा को अमलीजामा पहनाया जिसे इसी सत्र से अमल में लाते हुए चिल्हाटी में कक्षाएं प्रारंभ करने की अनुमति मिल गई है। युवा नेत्री चिल्हाटी क्षेत्र की जनपद सदस्य तथा सभापति स्वच्छता ग्राम गौठान खोमेंद्री चमन सहित क्षेत्रवासी पूर्व विधायक भोला राम साहू, नादिर भाई खेतानी, जीत लाल, हरिओम वादे, उदय राम, बेनी प्रसाद, अजीत फुलकारी, रमेश दीवान,महेंद्र सिन्हा, खिलेश निर्मलकर सहित क्षेत्रवासियों ने सीएम का आभार व्यक्त किया है। सभापति खोमेंद्री चमन शिक्षा के क्षेत्र में जागरूक रहती है वे शुरू से नवीन कालेज के लिए भागदौड़ कर मुखर आवाज बनी थी, खोमेन्द्री ने बताया कि मेरे क्षेत्रवासी लंबे समय से कॉलेज की मांग कर रहे थे। मैने खुद लगातार मंत्रियों के हर कार्यक्रम, सीएम भूपेश बघेल,उच्च शिक्षा मंत्री के कार्यक्रम तथा मंत्रालय तक दौरा कर कॉलेज की मांग प्रमुखता से उठा रही थी। हमें बहुत खुशी हो रही है कि चिल्हाटी में कॉलेज खुल जाने से दूरस्थ अंचल में रह रहे बच्चे आसानी से उच्च शिक्षा पा सकेंगे क्योंकि अंबागढ़ चौकी की दूरी क्षेत्र के अंतिम गांव तक से अधिक होती थी, जिससे विद्यार्थि उच्च शिक्षा में पिछड़ जाते थे, अब चिल्हाटी में कॉलेज खुलने से आसानी से विद्यार्थी कॉलेज की शिक्षा ग्रहण करेंगे। दोड़के, विचारपुर, टाटेकसा, मिरचे, पांगरी अंतिम गांव तक के युवाओं को इसका लाभ मिलेगा।