*प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा के खोखले दावे करके पूरी तरह संवेदनहीनता और निर्लज्जता का परिचय दे रही :- किर्तिका साहू*    *भाजपा नेत्री खिलेश्वरी साहू ने बेमेतरा जिले में गैंगरेप को लेकर सवाल दागा : घर में भी अगर महिलाएँ सुरक्षित नहीं है तो सड़कों पर कैसे सुरक्षित रहेंगी?*

*प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा के खोखले दावे करके पूरी तरह संवेदनहीनता और निर्लज्जता का परिचय दे रही :- किर्तिका साहू*     *भाजपा नेत्री खिलेश्वरी साहू ने बेमेतरा जिले में गैंगरेप को लेकर सवाल दागा : घर में भी अगर महिलाएँ सुरक्षित नहीं है तो सड़कों पर कैसे सुरक्षित रहेंगी?*
*प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा के खोखले दावे करके पूरी तरह संवेदनहीनता और निर्लज्जता का परिचय दे रही :- किर्तिका साहू*     *भाजपा नेत्री खिलेश्वरी साहू ने बेमेतरा जिले में गैंगरेप को लेकर सवाल दागा : घर में भी अगर महिलाएँ सुरक्षित नहीं है तो सड़कों पर कैसे सुरक्षित रहेंगी?*

 

  *प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा के खोखले दावे करके पूरी तरह संवेदनहीनता और निर्लज्जता का परिचय दे रही :- किर्तिका साहू*

   *भाजपा नेत्री खिलेश्वरी साहू ने बेमेतरा जिले में गैंगरेप को लेकर सवाल दागा : घर में भी अगर महिलाएँ सुरक्षित नहीं है तो सड़कों पर कैसे सुरक्षित रहेंगी?*

    बालोद :- भाजपा नेत्री एवं जिला पंचायत सदस्य किर्तिका साहू ने 5 साल में प्रदेश कांग्रेस के कुशासन में छत्तीसगढ़ में महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, अनाचार व शोषण को लेकर भूपेश बघेल के कुशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए क्षेत्रीय विधायक को निरंकुश करार दिया साथ ही कमीशन खोरी के चक्कर में स्व सहायता समूह की 22 हजार बहनों को रोजगार छिन्ने को लेकर आढे हाथों लिया उन्होंने कहा कि बेमेतरा जिले में एक युवती के साथ तीन लोगों द्वारा किए गए गैंगरेप के मामले को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा है कि प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा के खोखले दावे करके पूरी तरह संवेदनहीनता और निर्लज्जता का परिचय दे रही है।

      छत्तीसगढ़ के कांग्रेस शासनकाल में मासूम बच्चियों से लेकर वृद्ध महिलाओं तक की अस्मिता कहीं सुरक्षित नहीं रह गई है। भाजपा नेत्री खिलेश्वरी साहू ने कहा कि प्रशासनिक संवेदनहीनता का शर्मनाक पहलू तो यह है कि मामले में पीड़िता और उसकी मां ने बेरला थाने में एफआईआर दर्ज कराई, तो पुलिस ने महज छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया, वहीं पुलिस द्वारा पीड़िता का मुलाहिजा नहीं कराया।

    बाद में पीड़ित युवती परिजन और ग्रामीणों के साथ एसपी ऑफिस बेमेतरा पहुंची और आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज करने की गुहार लगाई। उनहोंने महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि घर में भी अगर महिलाएँ सुरक्षित नहीं है तो सड़कों पर कैसे सुरक्षित रहेंगी?

     पिछले लगभग एक माह में प्रदेश की राजधानी में और इससे लगे स्थानों पर महिलाओं के साथ हो रहीं लगातार सामूहिक बलात्कार की घटनाओं ने प्रदेश को शर्मसार कर रखा है, लेकिन प्रदेश की भूपेश सरकार को जरा भी शर्म महसूस नहीं हो रही है।

    वह प्रदेश में कानून-व्यवस्था की बेहतरी और महिला सुरक्षा के खोखले दावे कर रहे हैं।

रिपोर्ट खास :- अरुण उपाध्याय बालोद

मो नम्बर :- 94255 72406