*पूर्व माध्य.शाला भिलाई में त्रिदिवसीय उत्कर्ष योग कार्यशाला का हुआ आयोजन*

*पूर्व माध्य.शाला भिलाई में  त्रिदिवसीय उत्कर्ष योग कार्यशाला का हुआ आयोजन*
*पूर्व माध्य.शाला भिलाई में  त्रिदिवसीय उत्कर्ष योग कार्यशाला का हुआ आयोजन*
*पूर्व माध्य.शाला भिलाई में  त्रिदिवसीय उत्कर्ष योग कार्यशाला का हुआ आयोजन*
*पूर्व माध्य.शाला भिलाई में  त्रिदिवसीय उत्कर्ष योग कार्यशाला का हुआ आयोजन*
*पूर्व माध्य.शाला भिलाई में  त्रिदिवसीय उत्कर्ष योग कार्यशाला का हुआ आयोजन*

*पूर्व माध्य.शाला भिलाई में त्रिदिवसीय उत्कर्ष योग कार्यशाला का हुआ आयोजन*

अर्जुन्दा :-विकास खण्ड गुण्डरदेही के अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भिलाई में त्रिदिवसीय उत्कर्ष योग कार्यशाला का आयोजन किया गया। *कार्य शाला का उद्देश्य* उत्कर्ष योग कार्यशाला का आयोजन के उद्देश्य के सम्बन्ध में आर.एल.बन्जारे प्रधान पाठक शास.पूर्व माध्यमिक शाला भिलाई ने बताया कि 8 से 13 वर्ष आयु वर्ग के अध्ययनरत बच्चों के मानसिक , बौद्धिक , शारीरिक विकास,शिक्षा के प्रति मन एकाग्रता ,जीवन जीने कला विकसित करना तथा बच्चो की सर्वागीण विकास करने के उद्देश्य से किया गया।

*वरिष्ठ प्रशिक्षको द्वारा दी गई ध्यान योग की शिक्षा*

त्रिदिवसीय ध्यान योग शिविर संकुल केंद्र भिलाई के संकुल प्रभारी के.लता वेणुगोपाल के सौजन्य एवम मार्गदर्शन में द आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के प्रशिक्षित वरिष्ठ प्रशिक्षिका दीदी कृष्णा वेणु एवम दीदी पुष्पल द्वारा बच्चो को जीवनोपयोगी ध्यान के विविध क्रियाएँ , शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य के लिए योग के विभिन्न योगाभ्यास तथा खेलो के माध्यम से बच्चो को अभ्यास कराये गए व नित्य दैनिक जीवन मे आत्मसात करने की प्रेरणा दी।

*बच्चो में रह विशेष उत्साह*

शास.पूर्व माध्यमिक शाला भिलाई के बच्चो में ध्यान योग क्रिया गतिविधि आधारित होने के कारण विशेष उत्सुकता रहा ।ज्ञानवर्धक रोचक जानकारी से बच्चों में एक दूसरे के प्रति सहयोगात्मक भावना जागृत हुई।

*प्रशिक्षको का किया गया सम्मान*

द आर्ट ऑफ लिविंग के वरिष्ठ प्राशिक्षको का विद्यालय परिवार की ओर से सम्मान किया गया व आभार प्रगट किया गया। कार्यशाला के अंतिम दिवस द आर्ट ऑफ लिविंग संस्था से डॉ. शैलजा चन्द्राकर एवम सहयोगीगण ने उपस्थिति प्रदान कर बच्चों का उत्साहवर्धन किया, तथा आशीर्वाद प्रदान किया। त्रिदिवसीय कार्यशाला को सफल बनाने में प्राथमिक शाला प्रधान पाठक यमुना रामटेके, शिक्षिका गीतांजली सावरकर , बाल परिषद के छात्र छात्राओं का विशेष सहभागिता व सहयोग रहा।

रिपोर्ट-अरुण उपाध्याय ब्यूरो