ज्ञान मंदिर स्कूल प्रबंधन की मनमानी आई सामने, शिक्षा विभाग को खबर दिए बगैर चले गए शैक्षणिक टूर पर   ,एक दिन पहले घोषित कर दिया शीतकालीन अवकाश, टूर में जाने वाले बच्चों से की गई ₹400 की वसूली

ज्ञान मंदिर स्कूल प्रबंधन की मनमानी आई सामने, शिक्षा विभाग को खबर दिए बगैर चले गए शैक्षणिक टूर पर    ,एक दिन पहले घोषित कर दिया शीतकालीन अवकाश, टूर में जाने वाले बच्चों से की गई ₹400 की वसूली
ज्ञान मंदिर स्कूल प्रबंधन की मनमानी आई सामने, शिक्षा विभाग को खबर दिए बगैर चले गए शैक्षणिक टूर पर    ,एक दिन पहले घोषित कर दिया शीतकालीन अवकाश, टूर में जाने वाले बच्चों से की गई ₹400 की वसूली

 

  ज्ञान मंदिर स्कूल प्रबंधन की मनमानी आई सामने, शिक्षा विभाग को खबर दिए बगैर चले गए शैक्षणिक टूर पर

  ,एक दिन पहले घोषित कर दिया शीतकालीन अवकाश, टूर में जाने वाले बच्चों से की गई ₹400 की वसूली

   बालोद :- बालोद ब्लाक के ग्राम सांकरा ज में संचालित आर्ट ऑफ लिविंग के तहत संचालित श्री श्री ज्ञान मंदिर स्कूल में शिक्षा विभाग को सूचित किए बगैर बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाने का मामला सामने आया है।

   खास बात यह है कि बाकायदा टूर पर जाने के लिए बच्चों को शासन के आदेशों की अवहेलना करते हुए एक दिन पहले ही शीतकालीन छुट्टी सुना दी गई। जबकि अन्य प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में रविवार से शीतकालीन अवकाश है।

  शनिवार को सभी जगह स्कूल लगाए गए थे। सिर्फ ज्ञान मंदिर स्कूल में ताला लटका रहा। यहां के स्कूल प्रबंधन द्वारा मनमानी करते हुए टूर पर जाने की जल्दबाजी में एक दिन पहले शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया। तो वही टूर पर जाने के इच्छुक बच्चों के पालकों से चार-चार सौ रुपए की वसूली तक कर ली गई। और बाकायदा एक सुपर आनंद कंपनी की बस क्रमांक सीजी 24 ई 6021 में करीब 10 स्टाफ सहित बच्चों को रायपुर जंगल सफारी व अन्य जगह पर भ्रमण के लिए ले जाया गया।

   इस दौरान जो बच्चे भ्रमण के लिए तैयार नहीं थे, खासतौर से छोटे बच्चे उनको एक दिन पहले ही शीतकालीन अवकाश के बहाने छुट्टी बता दी गई।

   जबकि शिक्षा विभाग को स्कूल प्रबंधन ने किसी तरह का सूचना देना उचित नहीं समझा।

  इस मामले में जब हमने संकुल समन्वयक सांकरा ज के बंधु राम ठाकुर से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि मुझे तो इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। आपके माध्यम से जानकारी मिल रही है।

   वहीं संकुल समन्वयक ने मामले की वस्तु स्थिति की जानकारी लेने के लिए जब ज्ञान मंदिर के प्रधानाचार्य रंजना देशमुख से बात की तो उनके द्वारा यह कहा गया की पालकों की सहमति से प्रति बच्चों से ₹400 लेकर शैक्षणिक भ्रमण जंगल सफारी ले गए हैं।

   विभाग को जानकारी नहीं देने की बात भी रंजना देशमुख ने कही।

   इस तरह देखा जाए तो निजी स्कूल जहां शिक्षा का अधिकार लागू है, शासन के आदेशों को जहां पालन किया जाना अनिवार्य होता है। वहां पर स्कूल प्रबंधन के कुछ महिला स्टाफ और प्राचार्य अपनी मनमानी पर उतर आए हैं और इस तरह से भ्रमण पर बच्चों को ले गए। जहां अन्य स्कूल खुले रहे,वहां ज्ञान मंदिर में एक दिन बच्चों की पढ़ाई का नुकसान करके शैक्षणिक भ्रमण कर ले जाना कहां तक उचित है, यह सवाल वहां पढ़ने वाले बच्चों के पालकों ने भी उठाया है?

   शिक्षा के स्तर को लेकर भी उठ चुका है सवाल ज्ञात हो कि ज्ञान मंदिर स्कूल में भले ही बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। लेकिन यहां के शिक्षा स्तर को लेकर पहले भी सवाल उठ चुका है।

   खासतौर से यहां के कुछ बच्चे स्कूल आने के बाद वहां से भाग कर गांव गली तालाब के आसपास घूमते रहते हैं।

   कुछ तो कई तरह के नशे करते भी पाए जा चुके हैं। तो वहीं कुछ बड़े बच्चे ऐसे हैं जो सिर्फ कक्षा में आगे बढ़ रहे हैं लेकिन उनके पढ़ाई का स्तर काफी नीचे है।

  उनमें प्रारंभिक शिक्षा का भी ज्ञान नहीं है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि शीतकालीन छुट्टी को एक दिन पहले स्वयं से घोषित करके शैक्षणिक भ्रमण को महत्व देना कितना सही है? शैक्षणिक भ्रमण पर ले जाना था तो रविवार या शीतकालीन अवकाश में किसी भी दिन ले जाया जा सकता था लेकिन भ्रमण पर जाने की जल्दबाजी में ज्ञान मंदिर के स्कूल प्रबंधन ने अपनी मनमानी दिखा दी है।

  जिससे शिक्षा विभाग की निगरानी व्यवस्थाओं पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा होता है। तो वहीं निजी स्कूलों की मनमानी जो उजागर होती है। जो कि अपने उच्च स्तर के अधिकारी खास तौर से संकुल समन्वयक तक को भी सूचना देना मुनासिब नहीं समझते हैं।

      क्या कहते हैं जिम्मेदार

  सांकरा के संकुल समन्वयक बंधु राम ठाकुर ने कहा कि मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थी।

   आपके माध्यम से जानकारी मिलने पर मैंने संबंधित प्रधानाचार्य रंजना देशमुख से बात की तो उन्होंने बताया कि पालकों की सहमति से बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण पर ले गए हैं।

  विभागीय अनुमति उनके द्वारा नहीं ली गई है। ना ही हमें पहले से कोई जानकारी दी गई है।

  शीतकालीन अवकाश रविवार से घोषित है। शनिवार से नहीं है। इधर ज्ञान मंदिर सांकरा ज प्रधानाचार्य रंजना देशमुख ने कहा कि पालकों की सहमति से शैक्षणिक भ्रमण पर मिडिल स्कूल स्तर के बच्चों को ले गए हैं।

   सभी शिक्षकों के भ्रमण पर चले जाने के कारण पहली से पांचवीं तक के बच्चों को छुट्टी दी गई।

   संकुल समन्वयक को मौखिक जानकारी दी गई थी।

रिपोर्ट खास :- आर के देवांगन ,अरुण उपाध्याय