बालोद जिला पंचायत के पूर्व सभापति अभिषेक शुक्ला ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राज्य सरकार पर लगाये आरोप कहा कि लोकतंत्र की बात करने वाली पार्टी खुद अलोकतांत्रिक हो चुकी है

   बालोद जिला पंचायत के पूर्व सभापति अभिषेक शुक्ला ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राज्य सरकार पर लगाये आरोप कहा कि लोकतंत्र की बात करने वाली पार्टी खुद अलोकतांत्रिक  हो चुकी है
   बालोद जिला पंचायत के पूर्व सभापति अभिषेक शुक्ला ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राज्य सरकार पर लगाये आरोप कहा कि लोकतंत्र की बात करने वाली पार्टी खुद अलोकतांत्रिक  हो चुकी है

 

 बालोद जिला पंचायत के पूर्व सभापति अभिषेक शुक्ला ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देने के बाद राज्य सरकार पर लगाये आरोप कहा कि लोकतंत्र की बात करने वाली पार्टी खुद अलोकतांत्रिक हो चुकी है।

 

 

  बालोद  :-बालोद जिला पंचायत के पूर्व सभापति अभिषेक शुक्ला काग्रेस से इस्तीफा देने के बाद भूपेश सरकार पर जमकर हमला किया है।अभिषेक शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में धरना प्रदर्शन, जूलूस,रैली में प्रतिबन्ध लगाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार अपने खिलाफ होने वाले आंदोलनों से इतनी भयभीत हो गई है कि अब वह समस्या का समाधान निकालने की बजाय आंदोलनों और धरना प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा रही है जो निंदनीय एवं अलोकतांत्रिक है। श्री शुक्ला ने कहा कि बालोद जिला सहित पूरे प्रदेश में कांग्रेस के विरूद्ध माहौल बन रहा है आम जनता त्रस्त हो गई है उनकी सुध लेने वाला सरकार में कोई नही है। उनके आंदोलनों को दबाया जा रहा है धमकाया जा रहा है किसानों का पंडाल उखाड़ा जा रहा है।कांग्रेस की नीतियों से असन्तुष्ट किसान ,जनता और कर्मचारी खुलकर कांग्रेस सरकार के विरोध मे खड़े हो गए है ।आंदोलनरत संविदा विधुत कर्मचारियों ,अनियमित कर्मचारियों को व किसानों को जोर जबरदस्ती से आंदोलन से उठाया गया और पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक कार्यवाही की गई। जबकि ये सभी आन्दोलरत संवर्ग कांग्रेस सरकार के जन घोषणा पत्र में किये वादे पूरा करवाने के लिए धरना प्रदर्शन के रहे थे ।कांग्रेस ने आंदोलनरत किसानों,कर्मचारियों एवं मितानिनों के ऊपर पुलिसिया डर दिखाकर आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया।कांग्रेस की कथनी करनी में बहुत अंतर है।जनता का विश्वास अब कांग्रेस से उठता जा रहा है। जो संगठन आज धरना प्रदर्शन,आंदोलन कर रहे हैं वो अब ये कहने से भी गुरेज नहीं कर रहे है की हम तो उन्हीं बातों को कह रहे हैं जिन बातों का उल्लेख कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के समय अपनी जनघोषणा पत्र में किया था l आंदोलनरत कर्मचारी ये पूछ रहे हैं की क्या कांग्रेस का जनघोषणा पत्र सिर्फ चुनावी शिगूफा था जिसे कांग्रेस सरकार बनते ही मुख्यमंत्री भूल गए । अभिषेक शुक्ला ने कहा कि वर्तमान में ये वो कांग्रेस बन गई है जिसे अपने उन कार्यकताओं का खयाल नहीं रहा जिनके मेहनत और निष्ठा के परिणामस्वरूप सत्ता में आई है कांग्रेस का हर निष्ठावान कार्यकर्ता आपने आपको आज उपेक्षित महसूस कर रहा है और खुद से पूछ रहा है की क्या ये वही कांग्रेस है जिसके लिए हमने दिन रात मेहनत की थी । श्री शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस का कार्यकर्ता आगामी विधानसभा चुनाव का इंतजार कर रहा है की कब चुनाव आए और अपनी भड़ास निकाले वैसे भी गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस छोड़ने की शुरुवात हो चुकी है जिसकी आग अब पूरे बालोद जिला सहित प्रदेश में फैलने लगी है। कांग्रेस सरकार ही नही कांग्रेस संगठन में भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया पूरी तरह चकनाचूर हो गई है प्रदेश सरकार में बैठे मुखिया की हिटलरशाही परंपरा की शुरुवात हो चुकी है । और यही परंपरा कांग्रेस को ले डूबेगी।कांग्रेस सरकार के विरुद्ध विभिन्न संगठनों द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन और आंदोलन इस बात का द्योतक है की कांग्रेस के कार्यकर्ता ही नही आम जनता भी इस सरकार से त्रस्त हो गई है।

रिपोर्ट : - खास खबर