पूर्व एवं प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बालोद जिला बंद के दौरान जिस प्रकार से जैन मुनियों का अपमान किया गया समाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य किया गया यह सर्वत्र निंदनीय है ।

पूर्व एवं प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बालोद जिला बंद के दौरान जिस प्रकार से जैन मुनियों का अपमान किया गया समाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य किया गया यह सर्वत्र निंदनीय है ।
पूर्व एवं प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बालोद जिला बंद के दौरान जिस प्रकार से जैन मुनियों का अपमान किया गया समाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य किया गया यह सर्वत्र निंदनीय है ।

 

पूर्व एवं प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बालोद जिला बंद के दौरान जिस प्रकार से जैन मुनियों का अपमान किया गया समाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य किया गया यह सर्वत्र निंदनीय है ।

 ( पूर्व प्रथम जिला पंचायत अध्यक्ष देवलाल ठाकुर )

बालोद (डोंडी लोहारा):- किसी भी समाज को आहत करने वाली बोली आदिवासियों की बोली नहीं हो सकती आदिवासियों का स्वभाव हमेशा सरल रहा है आदिवासी समाज का छत्तीसगढ़ के सभी समाज के द्वारा सम्मान पाने वाला समाज है हमेशा अपने ईमानदारी सरलता एवं सहजता के नाम से जाने जाने वाला समाज है आदिवासी समाज की संस्कृति का छत्तीसगढ़ में रहने वाला हर समाज सम्मान करता है और हमेशा सम्मान करते रहेगा भी पर जिस प्रकार से कल राजनीतिक षड्यंत्र से कुछ बुझे हुए अपना राजनीतिक अस्तित्व खो चुके नेताओं द्वारा जो हमेशा अपनी राजनीति रोटी सेकने के लिए आदिवासियों की भावनाओं से खेल कर उन्हें एकत्र करते हैं और उनका उपयोग कर राजनीतिक फायदा उठाने की मंशा से अन्य समाजों को निशाना बनाये हैं उनका अपमान किये हैं यह घोर निंदनीय है हमारे आदिवासी भाइयों को समझना होगा अपने चेतना को जगाना होगा कि हम ऐसे नेताओं से दूर रहें जो हमारे रोजी रोजगार के लिए बात नहीं करते हमारे आर्थिक उत्थान के लिए बात नहीं करते हमारे सामाजिक उत्थान के लिए बात नही करते हमारे शिक्षित होने के लिए बात नहीं करते और हमें कुरीतियों की ओर ढकेल कर अपनी राजनीतिक रोटी सेक रहे हैं इनसे हमारे आदिवासी भाई एवं बहनों दूर रहे अन्यथा दूरगामी परिणाम यह होगा कि आज छत्तीसगढ़ में सभी समाज आदिवासियों को सम्मान भरी नजरों से देखता है हर सामाजिक राजनैतिक मंच पर आदिवासियों को सम्मान मिलता है उस पर कहीं ना कहीं प्रश्नचिन्ह लग जाएगा यह हमारे समाज के बुद्धिजीवियों को सोचना है आदिवासी समाज हमेशा सभी समाज को लेकर चलने वाला समाज है और मुझे गर्व भी है कि मैं भी आदिवासी समाज से ही हूं पर ऐसी घटना को देखकर मैं आहत हूं आदिवासी संस्कृति जिंदा रहे हम सब आदिवासी चाहते हैं कि हमारे आदिवासियों की संस्कृति के साथ खिलवाड़ ना हो पर आज इस प्रदेश में जो आदिवासी संस्कृति को खत्म कर रहे है ऐसे लोगो को सरकार बढ़ावा दे रही है आदिवासियों का बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन हो रहा है ऐसे लोगो से समाज दूर ही रहे हम आदिवासियों को मिलने वाले आरक्षण का लाभ जो धर्म परिवर्तन करने वाले लोग हैं उन्हें ना मिले आदिवासी समाज को जो धर्म परिवर्तन करा कर कार्य कर रहे हैं आज सरकार में उन्हें ही प्राथमिकता से नौकरी मिल जा रहा है जो आदिवासी धर्म बदल लिया अपने संस्कृति में बदलाव ले लिया वह आदिवासी नहीं हो सकता जो समाज को छोड़कर दूसरे समाज मे शादी किये उनकी भी आरक्षण समाप्त किया जाय उसे आदिवासियों की तरह मिलने वाली आरक्षण का लाभ कतई नहीं मिलना चाहिए कल पूरा बालोद जिला बंद के दौरान जिस प्रकार से जैन मुनियों का अपमान किया गया समाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य किया गया यह सर्वत्र निंदनीय है बालोद जिला एक शांत एवं सौहार्द वाला जिला है यहां पर निवासरत जिले के सभी नागरिक हमेशा एक दूसरे से सहयोग कर अपना जीवन जीते हैं इस जिले में आज जिस प्रकार से दहशत का वातावरण बनाकर दुकानों को बंद कराया गया व्यापारियों से मारपीट की गई सर्वत्र निंदनीय है सर्वाधिक चिंतनीय विषय यह है कि पूरा प्रशासन पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना रहा और अपनी मौन सहमति देकर व्यापारियों से मारपीट को देखता रहा सवाल यह उठता है किसके संरक्षण में इन लोगों को अपराध करने की खुली छूट मिली आम जनता जनमानस में यह चर्चा का विषय है कही सरकार ने तो पुलिस के हाथों में चूड़ियां नहीं पहना दी पुलिस की ताकत को आम जनता को वहां देखने मिलती है जब हमारे जिले का कोई नागरिक किसी मरीज को अस्पताल ले जा रहा हो किसान किसी काम से गांव से शहर आ रहा हो तोल के दो पहिया वाहन को चेकिंग करने के नाम पर हथियारबंद पुलिसः प्रशासन पकड़कर डंडे की जोर में चालान काट लेते है अगर इसी तरह जिले में घटनाएं होते रहे तो हमेशा लोकतंत्र की गला घोटने वाली भीड़ को बल मिलता रहेगा और आने वाले समय में इसका जिले को दुखद परिणाम भोगना पड़ेगा ।

अगर हालात ऐसी बनी रहे तो आने वाले समय में छत्तीसगढ़ में अराजकता का माहौल निर्मित होगा देवलाल ठाकुर प्रथम अध्यक्ष जिला पंचायत बालोद

सीजी न्यूज प्लस 24 बालोद