छ ग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार अब नवनिहाल बच्चे होंगे सुपोषित बालोद जिला होगा कुपोषण मुक्त। बालोद जिला कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने की एक अभिनव पहल जिसमे स्वास्थ एवं महिला बाल विकास विभाग की बैठक लेकर अधिकारियों को दिये निर्देश कलेक्टर शर्मा का मुख्य उद्देश्य बालोद जिले को कुपोषण से मुक्त करना 

छ ग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार अब नवनिहाल बच्चे होंगे सुपोषित बालोद जिला होगा कुपोषण मुक्त। बालोद जिला कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने की एक अभिनव पहल जिसमे स्वास्थ एवं महिला बाल विकास विभाग की बैठक लेकर अधिकारियों को दिये निर्देश कलेक्टर शर्मा का मुख्य उद्देश्य बालोद जिले को कुपोषण से मुक्त करना 
छ ग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार अब नवनिहाल बच्चे होंगे सुपोषित बालोद जिला होगा कुपोषण मुक्त। बालोद जिला कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने की एक अभिनव पहल जिसमे स्वास्थ एवं महिला बाल विकास विभाग की बैठक लेकर अधिकारियों को दिये निर्देश कलेक्टर शर्मा का मुख्य उद्देश्य बालोद जिले को कुपोषण से मुक्त करना 

 

छ ग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार अब नवनिहाल बच्चे होंगे सुपोषित बालोद जिला होगा कुपोषण मुक्त। बालोद जिला कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने की एक अभिनव पहल जिसमे स्वास्थ एवं महिला बाल विकास विभाग की बैठक लेकर अधिकारियों को दिये निर्देश कलेक्टर शर्मा का मुख्य उद्देश्य बालोद जिले को कुपोषण से मुक्त करना 

 बालोद ( गुरुर):- कलेक्टर कुलदीप शर्मा ने स्वास्थ विभाग एवं महिला बाल विकास विभागो की बैठक में मुख्यमंत्री बघेल के निर्देशानुसार सुपोषण योजना के अंतर्गत सुपोषण अभियान की समीक्षा कर अधिकारियों को दिए निर्देश।

    जिले के सभी कुपोषित बच्चे कही भी मिले उन्हें तत्काल पोषण पुर्नवास केंद्र में भर्ती करवाना है। समय समय उस बच्चे की हर प्रकार से देखभाल एवं आयरन विटामिन्स प्रोटीन की दवाई एवं सिरफ वितरण करना।

  जिले में स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं मितानिनों के माध्यम से घर घर इस सुपोषण अभियान को आगे बढ़ाना है। जिससे जिले के हर बच्चे जो आंगनबाड़ी प्राथमिक स्कूलों में समय समय पर बच्चों को उचित पोषण की जांच करे भोजन की गुणवत्ता अंडा अनिवार्य रूप से आहार के साथ देना है ।

              बच्चों को पोषण युक्त आहार उपलब्ध हो रहा है या नही जिसके जानकारी हर हपत्ते  बैठक में जानकारी देने की बात कलेक्टर शर्मा ने किये। जिससे जिले में कुपोषण को काफी हद जल्द मुक्त किया जा सकता है।

 ऐसी ही कहानी एक बालोद जिले की कुपोषित बच्चें की है जिनका नाम कु. झरना रानी उर्म 5 साल है ।

 

   

         जो कि ग्राम दानीटोला की निवासी है। जन्म से कुपोषित झरना को जब स्वास्थ्य संबंधी जांच वजन उंचाई खान पान संबंधी सलाह देने के बावजूद उनके शरीर का विकास उचित मापदण्ड अनुसार नही हो रहा था जिसे देखते हुये

             मितानिन श्रीमति खिलेश्वरी साहू द्वारा उचित सलाह दीये जाने एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गेंदी गोस्वामी सेक्टर पर्यवेक्षक महिला बाल विकास विभाग श्रीमति प्रतिमा गोस्वामी तथा एएनएम श्रीमति अंजली गंधर्व द्वारा प्राथमिक रूप से जांच कर कु. झरना यादव को एन. आर. सी. जिला चिकित्सालय बालोद मे भर्ती कराया गया।

   झरना की दादी श्रीमति केकती बाई द्वारा बताया गया कि झरना जन्म के समय से ही कम वजन होने से खान पान सही नही होने से स्वास्थ्यगत परेशानी हो रही थी जिसे देखते हूये एन. आर. सी. जिला चिकित्यालय बालोद में भर्ती किया गया।

   भर्ती के दौरान चिकित्सको द्वारा समय-समय पर स्वास्थ्य की जांच किया। खाना बनाने एवं दलिया एवं पूरक पोषण आहार बनाने के तरीके भी बताये। 14 दिन रखने कि पश्चात् क्षतिपुर्ति राशि भी दी गई।

    चुंकि झरना यादव के माता पिता रोजी मजदूरी का काम करते है। इनके द्वारा बताया गया कि कुपोषण की स्थिति से उबरने एवं झरना कि शरीर का विकास हो एवं अन्य साधारण बच्चों की तरह विकास हो यही चाहते थे।इस अभियान से झरना लाभान्वित हुई हैं।

   जिला चिकित्सालय मे एन. आर. सी मे भर्ती कर स्वास्थ्य जांच एवं पोषण आहार को गुणवत्तापूर्वक तरीके से किस प्रकार बनाये जाते है सिखाया गया। समुदाय में कोई इस प्रकार के कुपोषित बच्चे पाये जाने पर लोगो को यही सलाह देते है कि एकबार एन. आर. सी. जिला चिकित्सालय में भर्ती कर कपोषण को दूर भगाएं ।

रिपोर्ट खास : अरुण उपाध्याय बालोद , मो न :- 9425572406