*कांसादान महाउदीम: जिले में निकला बूढ़ादेव का रथ, बूढ़ादेव की मूर्ति बनाने चलाया जा रहा कांसादान अभियान*

*कांसादान महाउदीम: जिले में निकला बूढ़ादेव का रथ, बूढ़ादेव की मूर्ति बनाने चलाया जा रहा कांसादान अभियान*
*कांसादान महाउदीम: जिले में निकला बूढ़ादेव का रथ, बूढ़ादेव की मूर्ति बनाने चलाया जा रहा कांसादान अभियान*

*कांसादान महाउदीम: जिले में निकला बूढ़ादेव का रथ, बूढ़ादेव की मूर्ति बनाने चलाया जा रहा कांसादान अभियान*

बालोद: जिले के गांव-गांव से कांसा लेकर राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब में 71 फिट ऊंचा बूढ़ादेव की प्रतिमा स्थापित करने छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना का महामहोत्सव जारी है। बालोद जिले के सेनानियों की टोली इन दिनों बूढ़ादेव रथ लेकर तहसील क्षेत्र के गांवों में पहुंच कर लोगों से अपील कर रहे हैं कि कांसा, तांबा से बनी घर की पुरानी चीजे या बर्तन दान किया जाए। जिससे ऐतिहासिक बूढ़ादेव की प्रतिमा स्थापित की जा सके। प्रदेशभर से निकली बूढ़ादेव रथ यात्रा का यह दूसरा चरण है,

2022 में पहले चरण का आयोजन छत्तीसगढ़ के गांवों से ग्राम देवता की मिट्टी संग्रहित कर बूढ़ा तालाब में चबूतरा बनाया गया है और अब दूसरे चरण का महाअभियान कांसा दान की अपील के साथ है।।छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के जिला संयोजक शशिभूषण चंद्राकर ने बताया कि मुख्य बूढ़ादेव रथ पूरे प्रदेशभर में भ्रमण कर रही है जो बूढ़ा तालाब से निकलकर 8 अप्रैल को बूढ़ा तालाब पहुंचेगी, छत्तीसगढ़ के गांवों में बूढ़ादेव यात्रा को लेकर संगठन के सेनानी सक्रिय हैं और लगातार धरातल पर मेहनत कर रहे हैं।ज्ञातव्य है की आज से लगभग 800 साल पहले राजा रायसिंह जगत ने विशाल बूढ़ा तालाब का निर्माण कराया था और बूढ़ादेव को तालाब के बीचो बीच स्थापित किया था जो लगातार अनदेखी का शिकार होती रही है। जिस पर छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना और सर्व छत्तीसगढ़िया समाज द्वारा एक महाउदीम के माध्यम से ये बीड़ा उठाया गया है जो लगभग पूरी होने की कगार पर है 8 अप्रैल को राजधानी रायपुर में एक भव्य समारोह के साथ ही इस महायात्रा का समापन होगा।बालोद जिले में बूढ़ादेव रथ लगातार लोगों से कांसा दान की अपील के साथ ही 8 अप्रैल को बूढ़ा तालाब रायपुर पहुंचने आग्रह कर रहे हैं, बूढ़ादेव यात्रा रथ में जिला संयोजक शशिभूषण चंद्राकर, जिला सह संयोजक चंद्रभान साहू, देवेंद्र साहू, डी देशमुख, सुभाष साहू, राजू साहू, प्रकाश निषाद, दानी साहू, केदार साहू, नरेंद्र साहू, खोमन साहू, चम्मन साहू, झम्मन साहू, कामता साहू, जय सिन्हा, सोनू चंद्राकर, दुलार सिंह, आदित्य साहू, इमेश साहू, जीतू साहू, दीपक सहारे, मिथलेश तारम, सूरज सेमरे, लोकेश निषाद, चुन्नू साहू, राहुल मानिकपुर, युवराज पटेल, हेमंत साहू, झननु गजपाल,प्रताप सिंह ,नेमेश ठाकुर, रूपेश साहू, करण निषाद, राजू सिन्हा, अश्विनी ठाकुर, हरीश देवांगन, बीरेंद्र देवांगन सहित गांव के सेनानियों की टीम लगातार इलाके में सक्रिय हैं और लोगों से कांसा दान ले रहे हैं।