लगातार हो रहे मौषम में परिवर्तन से मौसमी बीमारियां बड़ी जिला चिकित्सालय के ओपीडी में हर दूसरा मरीज सर्दी खांसी बुखार से पीड़ित जिला मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी जे एल उइके ने मरीजो को परेशानी न हो इसलिये सभी स्वास्थ्य केंद्रों को समुचित व्यवस्था बनाये रखने के लिये दिए कड़े निर्देश साथ ही जनता से की अपील
लगातार हो रहे मौषम में परिवर्तन से मौसमी बीमारियां बड़ी जिला चिकित्सालय के ओपीडी में हर दूसरा मरीज सर्दी खांसी बुखार से पीड़ित
जिला मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी जे एल उइके ने मरीजो को परेशानी न हो इसलिये सभी स्वास्थ्य केंद्रों को समुचित व्यवस्था बनाये रखने के लिये दिए कड़े निर्देश साथ ही जनता से की अपील"" स्वास्थ के प्रति रहे "" सतर्क आसपास को रखे साफ एवं स्वच्छ
बालोद :- गर्मी व मौसम में परिवर्तन के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। जिला चिकित्सालय की ओपीडी में पहुंचने वाला हर दूसरा मरीज खांसी, सर्दी व बुखार से पीडि़त है।
भर्ती होने वाले मरीजों में भी सबसे ज्यादा मेडिसिन विभाग से हैं। तापमान में एकदम बदलाव के चलते इस तरह के हालात बन रहे है। वृद्ध व छोटे बच्चों पर ज्यादा असर पड़ रहा है।
जिला अस्पताल की बेड मरीजों से भरा पड़ा अहम है। ओपीडी में सुबह से मरीजों की भीड़ लग रही है। अस्पताल में ओपीडी मरीजों की भीड़ 350 से पार हो गई है।ठंड का सीजन खत्म हो गया है।
हर रोज तापमान में बदलाव हो रहा है। बदलते मौसम के प्रति लोग सचेत नहीं है। न्यूनतम व अधिकतम पारा में कभी ज्यादा तो कभी कम अंतर होने से लोगों को बीमारियां ज्यादा सता रही हैं।
सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार व वायरल फीवर से पीडि़त हो रहे हैं। हर रोज आधा सैकड़ा से ज्यादा लोगों की जांच को फीवर क्लीनिकों में हो रही है।
जिला चिकित्सालय के आंकड़े के अनुसार हर दूसरा मरीज मौसमी बीमारी से पीडि़त है।
जिला चिकित्सालय में पहले 200-300 मरीज ओपीडी में आते थे। तापमान बढऩे के साथ सुबह व शाम की ओपीडी 350-400 के पार चली गई है।
इसके अलावा मरीजों से बेड भी फुल होने की स्थिति है।
जिला मुख्यचिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी जे एल उइके ने कहा :- मौसम होने से इस तरह मौसमी बुखार सर्दी खांसी की शिकायत होता है इसके लिये जिले के सभी स्वास्थ केंद्रों में जानकरी एवं निर्देश दी गई है ।
कि किसी भी मरीज एवं उनके परिजन को परेशानी नही होनी चाहिये इसके लिये उचित व्यवस्था करवा कर सभी प्रकार की दवाइयां उपलब्ध सुनिश्चित किया गया है साथ जनता से अपील भी करते है कि स्वास्थ के प्रति सावधानी बरतें।
सिविल सर्जन डॉ. आरके श्रीमाली का मानना है कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कम अंतर रहा तो कभी ज्यादा, इसलिए लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं।
लोग सामान्य बुखार, वायरल फीवर, खांसी, सर्दी, बदन दर्द, सिरदर्द से पीडि़त हो रहे हैं।
रिपोर्ट खास :- अरुण उपाध्याय बालोद
मो नम्बर :-94255 72406